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जयपुर,राजस्थान में भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर बहस शुरू हो गई है। सीएम के दावेदार अपने आपको सीधे तौर पर अभी प्रोजेक्ट नहीं कर रहे हैं, हालांकि शक्ति प्रदर्शन करके अपनी संभावनाएं जरूर पैदा कर रहे है। इस बीच केन्द्रीय वन और पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव का एक बड़ा बयान सामने आया है। यादव ने राजस्थान में भाजपा किस चेहरे के नेतृत्व में चुनाव लड़ेगी, मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा मसले पर कहा है कि भाजपा लोकतांत्रिक पार्टी है। पार्टी के कार्यकर्ता मिशन और सुशासन के लिए काम करते हैं। इस तरह के फैसले पार्टी का संसदीय बोर्ड करता है।

भाजपा में सीएम के कई दावेदार: राजस्थान में हालांकि विधानसभा चुनाव में अभी डेढ़ साल बाकी हैं। ऐसे में कई दावेदारों की नजर सीएम पद पर है। वे खुलकर सामने तो नहीं आ रहे लेकिन दबे स्वर में अपने समर्थकों को इच्छा जरूर बता देते है। दो बार सीएम रह चुकी वसुंधरा राजे आजकल राजस्थान की राजनीति में सक्रिय हो गई है। मार्च में उन्होंने अपना जन्म दिन भी मनाकर शक्ति प्रदर्शन किया था।

केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत भी लगातार गहलोत सरकार पर हमले करते रहते है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया भी संगठनात्मक गतिविधियां तेज कर रहे है। तिवाड़ी ने ये कहा था: राजस्थान में अगले चुनाव के लिए भाजपा में चल रही चेहरों की जंग के बीच वरिष्ठ नेता घनश्याम तिवाड़ी ने पिछले दिनों कहा था कि राजस्थान में अगला विधानसभा चुनाव जीतने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चेहरा ही काफी है और अन्य चेहरे की दरकार नहीं है। उन्होंने कहा कि तिवाड़ी ने कहा कि राजस्थान में अगला चुनाव किसके नेतृत्व में लड़ा जाएगा यह तय करने का काम भी भाजपा संसदीय बोर्ड का है जिसका निर्णय पार्टी में सर्वोपरि है।

खेमेबाजी भाजपा के लिए बड़ी चुनौती

हालांकि भाजपा के लिए राजस्थान में बड़ी चुनौतियां भी सामने है। सबसे बड़ी चुनौती यह है कि 2023 का चुनाव सीएम फेस के साथ लड़ा जाए या उसके बिना सीएम फेस के तौर पर वसुंधरा राजे को आगे लाना भी भाजपा के लिए अभी भी बड़ा सवाल बना हुआ है। इसके पीछे की वजह यह है कि एक समय तक राजस्थान में भाजपा की एक मात्र सीएम पद की दावेदारी मानी जाने वाली राजे के खिलाफ कई खेमे खड़े हो गए है।

अब जन्मदिन के बहाने राजेन्द्र राठौड़ दिखा रहे दमखम

राजस्थान बीजेपी में नेताओं के शक्ति प्रदर्शन का सिलसिला जारी है। उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ का 21 अप्रैल को जन्मदिन है, लेकिन समर्थकों का जोश अभी से हिलोरे मारने लगा है। राजस्थान के कई हिस्सों में उनके जन्मदिन के मौके को यादगार बनाने के लिए रक्तदान शिविरों की शुरूआत हो गई है। अब रक्तदान बहाने पार्टी के कद्दावर नेता राजेन्द्र राठौड़ के समर्थक अपने नेता को लोकप्रियता को शिखर पर देखना चाहते हैं। राजस्थान के कई हिस्सों में राठौड़ के प्रशंसक रक्तदान कर अपने नेता को जन्मदिन की मुबारकबाद पेश कर रहे हैं। राजनीति के जानकार इसे अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए सीएम की दावेदारी के तौर पर देख रहे हैं, लेकिन राठौड़ इन सब कयासों को सिरे से खारिज कर रहे हैं।

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