बीकानेर.पीबीएम अस्पताल की मोर्चरी में छह दिन एक लावारिस व्यक्ति का शव रखा हुआ है। इससे पहले लावारिस का छह दिन तक अस्पताल में इलाज भी चला। मौत होने पर अस्पताल प्रशासन ने पुलिस चौकी में सूचना कर शव को माेर्चरी में रखवा दिया। इसके बाद पुलिस और अस्पताल प्रशासन दोनों ने ही शव की सुध नहीं ली। इससे अज्ञात शव छह दिन से मोर्चरी में रखा होने के बावजूद मृतक की शिनाख्त के प्रयास नहीं हुए। ना ही लावारिस को अंतिम संस्कार नसीब हो सका है।
जिला प्रशासन ले संज्ञान
शव किसी का भी हो उसका धार्मिक रीति-रिवाज से अंतिम संस्कार करवाया जाना चाहिए। जिला प्रशासन को मानवीय दृष्टिकोण से इस मामले में संज्ञान लेना चाहिए। कई दिनों से मोर्चरी में शव रखा होना गलत बात है। इसमें स्पष्ट रूप से अस्पताल और पुलिस प्रशासन की लापरवाही झलकती है।
शैलेष गुप्ता, वरिष्ठ अधिवक्ता
थाने में कोई रिपोर्ट नहीं
पीबीएम अस्पताल में 19 दिसंबर को लावारिस व्यक्ति को भर्ती किया गया। उपचार के दौरान 24 दिसंबर को इसकी मौत हो गई। अस्पताल ने पीबीएम पुलिस चौकी को सूचना दी। अभी तक थाने में मर्ग तक दर्ज नहीं की गई।