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बीकानेर,बीकानेर में रविन्द्र रंग मंच ओपन थियेटर में रविवार की शाम खबर अपडेट की ओर से आयोजित सक्सेस टॉक के मंच से अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कालबेलिया नृत्यांगना गुलाबो ने बीकानेर के सांसद और केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल से बीकानेर या राज्य में कहीं भी कालबेलिया नृत्य, लोक कलाओं का स्कूल खोलने की मांग रखी। हालांकि इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री उपस्थित नहीं थे। गुलाबो ने कहा कि मंच से आवाज मंत्री और सरकार तक पहुंचेगी। राजस्थान में लोक कलाओं के संरक्षण के लिए स्कूल जरूरी है। उन्होंने कहा कि बीकानेर के सांसद इस बात को समझ सकते हैं। उन्होंने पहले भी खबर अपडेट के सुमित शर्मा की ओर से मेरे संकट में होने की बात ध्यान दिलाने पर मेरी मदद की थी। मेघवाल संवेदनशील व्यक्ति है। वे हमारी लोक कला के मर्म को समझ सकते हैं। गुलाबो ने खुद को जन्मते ही जिंदा मिट्टी में दफनाने और वहां से निकालने के बाद की संघर्षों की संवेदनाभरी कहानी से श्रोताओं को रु ब रु करवाया। कुरीतियां, गलत मान्यताओं से संघर्ष कर कालबेलिया नृत्य के माध्यम से विश्व स्तर पर पहचान बनाने तथा पद्मश्री मिलने तक की यात्रा से श्रोताओं को वाकिफ करवाया। कालबेलिया समाज की कुप्रथाओं को बदलने में सफल होने की बात बताई। संदेश दिया कि लड़कियों को घर और समाज में पूरा मान सम्मान देकर ही कोई समाज आगे बढ़ सकता है। एसिड अटैक सर्वाइवर लक्ष्मी अग्रवाल ने उस पर एसिड डालकर चेहरा बदलने के पीछे की पुरुष मानसिकता, समाज का व्यवहार , शारीरिक और मनोवैज्ञानिक यातना की उद्विग्न करने वाले जीवन व्यथा के जरिए समाज को संदेश दिया कि विकट हालातों में भी कभी टूटना नहीं चाहिए। सामाजिक कार्यकता डा. कीर्ति भारती ने अपने जीवन संघर्ष के संवेदनशील घटनाक्रम सुनाकर श्रोताओं को भावुक बना दिया। साथ पहला बाल रोकने एक्टिविटी की भूमिका और इस दिशा में किए गए कार्यों की तस्वीर श्रोताओं के समक्ष पेश की। कैंसर सर्वाइवर डा.तनुश्री ने रोग से लड़ते हुए साथ में क्रिएटिव बने रहने से रोग की मानसिकता से उबरने की कहानी सुनाई। उन्होंने कहा कि खुद की ताकत ही खुद को आगे बढ़ाती है। वे कैंसर से उबरने के बाद अब कैंसर रोगियों की काउंसिलिंग करती है। वे यूनिर्वसिटी में सीनियर एकेडमिशियन के रूप में युवा पीढ़ी को दिशा देने के संकल्प से काम करती है। सक्सेस टॉक में चार स्पीकर्स की संघर्ष भरी कहानियां को बड़ी संख्या में बीकानेर के लोगों ने सुना और इंस्पायर हुए।

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