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बीकानेर, वेटरनरी विश्वविद्यालय के अर्न्तगत बीकानेर परिसर में डेयरी विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी महाविद्यालय एवं बस्सी, जयपुर में डेयरी एवं खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय शैक्षणिक सत्र 2021-22 हेतु संघटक महाविद्यालय के रूप में प्रारंभ हो गये है। जेट परीक्षा की मेरिट लिस्ट अनुसार इन दोनों महाविद्यालयों में प्रवेश दिया गया है। डेयरी विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी महाविद्यालय, बीकानेर में बी.टेक इन डेयरी टेक्नोलॉजी में 40 सीटो हेतु प्रवेश प्रक्रिया जारी है। इसी तरह बस्सी, जयपुर में बी.टेक. इन डेयरी टेक्नोलॉजी एव बी.टेक. इन फूड़ टेक्नोलॉजी में 40-40 सीटो हेतु प्रवेश प्रक्रिया जारी है। कुलपति प्रो. सतीश के. गर्ग ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा दोनों महाविद्यालय के लिए प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति जारी की जा चुकी है। इन दोनों महाविद्यालयों के शुरू होने के साथ ही वेटरनरी विश्वविद्यालय बहु संकाय विश्वविद्यालय बन गया है। इन दोनों महाविद्यालयों को मिलाकर अब राजुवास बीकानेर में पांच महाविद्यालय प्रारंभ हो चुके हैं। आशा है कि अगले वर्ष तक जोधपुर में भी नया वेटरनरी कॉलेज प्रारंभ हो जाएगा। राजस्थान, देश में सर्वाधिक दुग्ध उत्पादन में दूसरे स्थान पर है। राज्य में कृषि एवं पशुपालन, पशुपालकों की आजीविका का मुख्य स्त्रोत है। कुलपति ने बताया की वेटरनरी विश्वविद्यालय के अर्न्तगत प्रदेश में नये डेयरी व खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालयों के प्रारम्भ होने से डेयरी क्षेत्र में कुशल मानव संसाधन उपलब्ध हो सकेगे। डेयरी विज्ञान एवं डेयरी व खाद्य प्रौद्योगिकी क्षेत्र में शिक्षण-प्रशिक्षणो को नये आयाम, डेयरी विकास हेतु नवीन तकनीको के नवाचार, डेयरी उत्पाद मूल्य संवर्द्धन, खाद्य प्रसंस्करण को बढ़ावा मिलेगा तथा राज्य के पशुपालकों के आर्थिक उत्थान में सहायक सिद्ध होगी। डेयरी के मूल्य संवर्द्धन और खाद्य प्रसंस्करण तकनीकों के प्रशिक्षण से डेयरी उद्योग के प्रति पशुपालको व किसानों की अभिरूचि बढे़गी और वे इससे अधिकतम लाभ ले पायेंगे। प्रो. हेमन्त दाधीच को डेयरी विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी महाविद्यालय, बीकानेर एवं प्रो. धर्म सिंह मीना को डेयरी एवं खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय बस्सी, जयपुर का नोड़ल अधिकारी नियुक्त किया गया है।

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