बीकानेर,साइबर क्राइम रेस्पॉन्स मॉडल अब पूरे प्रदेश में लागू कर दिया गया है। पुलिस महानिदेशक मोहनलाल लाठर ने क्राइम मीटिंग में इस संबंध में निर्देश सभी आईजी और एसपी को दिए हैं। इसके साथ ही एसओपी भी जारी कर दी गई।
पुलिस महानिदेशक ने सोमवार को राज्य के सभी आईजी और एसपी की वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए वर्चुअल क्राइम मीटिंग ली। मीटिंग के एजेंडे में बीकानेर की साइबर क्राइम रेस्पॉन्स सैल का बिंदू अलग से रखा गया था। सबसे ज्यादा देर उसी पर चर्चा हुई। डीजीपी मोहनलाल लाठर ने कहा, मैनें किसी को कोई आदेश नहीं दिए, लेकिन बीकानेर एसपी ने इनिसेटिव लेते हुए नवाचार किया है। ऐसा सभी को करना चाहिए। पुलिस की कार्यप्रणाली से यदि जनता को राहत मिलती है तो उसके लिए आदेश की जरूरत नहीं होती।
आईजी ओम प्रकाश और एसपी योगेश यादव ने प्रजेंटेशन के जरिए बताया कि बीकानेर में साइबर क्राइम रोकने के लिए किस स्तर पर काम चल रहा है। एसपी ने बताया कि एक्सपर्ट पुलिस कर्मियों की टीम है, जो ठगी की सूचना मिलने के तुरंत बाद अपराधी के बैंक खाते को होल्ड करने के काम में जुट जाती है। उन्होंने बताया कि यह पूरा टेक्निकल जॉब है, जिसमें साइबर एक्सपर्ट की भूमिका अहम है। इस दौरान कई जिलों के एसपी की जिज्ञासाओं को भी शांत किया गया।
साइबर सैल ने बनाई एसओपी
डीजी के निर्देश के बाद साइबर क्राइम रेस्पॉन्स सैल हर जिले में बनाने के लिए एसओपी सोमवार को जारी कर दी गई। क्राइम मीटिंग के बाद श्रीगंगानगर, बारां, चित्तौड़गढ़ सहित कई जिलों की पुलिस ने इस संबंध में बीकानेर साइबर सैल से जानकारी जुटाने में लगी है।
डीजीपी ने बीकानेर साइबर क्राइम रेस्पॉन्स मॉडल को सभी जिलों में लागू करने के निर्देश दिए हैं। हमने बीकानेर सहित संभाग के चारों जिलों में लागू करा दिया है। ओम प्रकाश, आईजी, बीकानेर रेंज