
बीकानेर,युवाओं में पुस्तक पढ़ने की रुचि धीरे-धीरे समाप्त होती जा रही है, पुस्तक पढ़ने से ही युवाओं के माध्यम से संस्कृति का संरक्षण किया जा सकता है ।
यह विचार अखिल भारतीय साहित्य परिषद के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री मनोज कुमार ने युवा पाठक संवाद के बीच बीकानेर में कही। बीकानेर में अखिल भारतीय साहित्य परिषद राजस्थान इकाई बीकानेर द्वारा आयोजित युवा पाठक संवाद एवं जिला कार्यकारिणी बैठक का आयोजन किया गया जिसमें सबसे पहले पाठ्यक्रम से अलग पुस्तक पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं व युवाओं से संवाद कार्यक्रम रखा गया जिसमें युवाओं ने भी विचार रखें ,पुस्तक पढ़ने की आवश्यकता, रुचि ,पुस्तकों की आवश्यकता, महत्व और लिखने की रुचि बढ़ाने आदि पर विचार विमर्श हुआ ।
सबका मानना था कि नई पीढ़ी मोबाइल से जुड़ने के कारण पुस्तक नहीं पढती अतः स्मृति भी कम हो रही है साथ ही साथ पुस्तकालय से भी धीरे-धीरे हमारा ध्यान कम हो रहा है हमें पुस्तकालयों को युवाओं से जोड़ना होगा।
मनोज कुमार ने साहित्य पाठकों के सम्मान, पुस्तकालय अध्यक्ष ,पुस्तक विक्रेता आदि को सम्मानित करने पर भी विचार रखा ताकि सहभागिता बढ़े व प्रोत्साहन मिले
युवा पाठक संवाद में राजस्थान क्षेत्र के क्षेत्रीय अध्यक्ष डॉ अन्नाराम शर्मा, क्षेत्रीय संगठन मंत्री डॉ विपिन चंद्र, प्रांत अध्यक्ष डॉ अखिलानंद पाठक प्रांत उपाध्यक्ष मोनिका गौड़ ,बीकानेर अध्यक्ष डॉ बसंती हर्ष ,महामंत्री जितेंद्र कुमार ,सह मंत्री डॉ श्रीनिवास शर्मा ,प्रांत सह सचिव डॉ शिव भारती, डॉ मूलचंद बोहरा सूर्यप्रकाश ,कपिला पालीवाल, मोक्षिता, प्रियंका देवड़ा , ऋषिता तुषार चौधरी,प्राची अरोड़ा तथा विभिन्न महाविद्यालय से युवा उपस्थित थे।
इसके अलावा जिला कार्यकारिणी में नवंबर में होने वाले राष्ट्रीय अधिवेशन पर विचार किया गया तथा साहित्य परिषद के माध्यम से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष में संघ साहित्य पढने पर भी बल दिया गया ।
सभी इकाइयों द्वारा पाठक मंच के तहत *तत्वमसी* पुस्तक पर चर्चा करने पर भी विचार हुआ इस कार्यक्रम में युवाओं ने अपने-अपने विचार रखें और ऐसे कार्यक्रम आयोजित करने के लिए आग्रह किया
कार्यक्रम का संचालन डॉ श्रीनिवास शर्मा ने किया।
समापन कल्याण मंत्र से किया गया।