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बीकानेर,तमिलनाडु,बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति एवं अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद, नई दिल्ली की सार्वभौमिक मानवीय मूल्यों की राष्ट्रीय समिति के चेयरमैन प्रोफ़ेसर एचडी चारण ने तमिलनाडु के राज्यपाल श्री रविंद्र नारायण रवि से शिष्टाचार भेंटवार्ता कर मानवीय मूल्यों का विजन दस्तावेज-2023 प्रस्तुत किया और राष्ट्रिय शिक्षा नीति के संदर्भ में सार्वभौमिक मानवीय मूल्य की राष्ट्रीय स्तर पर देश भर में किए जा रहे नवाचार और कार्यों से अवगत कराया।राज्यपाल श्री आर एन रवि ने इस विजन दस्तावेज की सराहना की और उच्च शिक्षा में इसे मिल का पत्थर बताया। उन्होंने राष्ट्रिय शिक्षा नीति में नैतिक मूल्यों के समावेश को गौरवपूर्ण आधार स्तम्भ बताया। ज्ञातव्य है की अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद, नई दिल्ली देश में उच्च एवं तकनीकी शिक्षा में मानवीय मूल्यों के क्रियान्वयन पर विस्तृत कार्य योजना के साथ सम्पूर्ण देश में कार्य कर रहा है।

इस अवसर पर प्रो.चारण ने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में स्पष्टता के साथ एक बहुत ही उपयुक्त समय पर शिक्षकों, छात्रों, हितधारकों, समाज, देश के लिए मूल्य आधारित शिक्षा पर बल दिया गया है। सर्वाभौमिक एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, सामाजिक न्याय, समानता, वैज्ञानिक उन्नति, राष्ट्रीय एकीकरण, सांस्कृतिक संरक्षण, सतत् प्रगति एवं आर्थिक विकास का शैक्षिक अवसर उपलब्ध कराना भारत के शिक्षा व्यवस्था का भविष्य को निर्धारित करता है। किसी देश का विकास उस देश की शिक्षा प्रणाली पर निर्भर करती है और भारत प्राचीन काल से अपनी विद्वत्ता के लिए प्रसिद्ध रहा है। इन्हीं मूल्यों को अपनाकर हम जीवन स्तर में सुधार कर सकते है। आज उच्च शिक्षा को नये सिरे से परिभाषित करने की महत्ती आवश्यकता है। मूल्य आधारित शिक्षा का यह विजन दस्तावेज प्रगतिशील, समृद्ध सृजनशील एवं नैतिक मूल्यों से परीपूर्ण ऐसी उच्च शिक्षा व्यवस्था का सृजन करेगा एवं विद्यार्थियो संस्कार प्रदान करने के गौरवशाली इतिहास को पुनर्जीवित करने की दिशा में धरातल पर काम करेगा। राष्ट्रिय शिक्षा नीति में मूल्य आधारित शिक्षा को विशेष महत्व दिया गया है जिससे हमारे विद्यार्थी सक्षम और सशक्त बनेंगे, राष्ट्रिय शिक्षा नीति में मूल्य आधारित शिक्षा को के विकास का मुख्य आधार माना गया है। हमारे विद्यार्थी शिक्षा की नई व्यवस्था के साथ नवीन आयाम स्थापित करेंगे और उच्च शिक्षा जगत में मानवीय मूल्यों का नया वातावरण तैयार होगा। तकनीकी शिक्षा के विद्यार्थी लाभान्वित होंगे और अपने संस्कारों के संरक्षण के साथ देश में सिरमौर बनेंगे।

*राजस्थान प्रदेश में मानवीय मूल्यों की अवधारणा के जनक : प्रो. एचडी चारण*

गौरतलब हैं की राज. प्रदेश की उच्च एवं तकनीकी शिक्षा में बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति रहते हुए मानवीय मूल्यों की अवधारणा से अवगत कराने और इसके राष्ट्रीय स्तर पर सफल क्रियान्वयन का श्रेय प्रो. एचडी चारण को जाता हैं, जिसे राष्ट्रीय स्तर और प्रदेश की तकनीकी शिक्षा में नैतिक उन्नयन के नवाचार के रूप में रेखांकित किया गया है। साथ ही वर्तमान में पूर्व कुलपति प्रो. चारण इस यूनिवर्सल ह्यूमन वेल्यू की राष्ट्रिय समिति के चेयरमैन भी है और स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर,भोपाल के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के चेयरपर्सन भी हैं। वर्तमान में प्रो. चारण व्यापक कार्ययोजना के साथ मानवीय मूल्यों की शिक्षा को उच्च शिक्षा का अनिवार्य हिस्सा बनाने में लगे हैं। देश के 150 से अधिक विश्वविद्यालयों मानवीय मूल्यों की शिक्षा पर कार्य चल रहा है। मानवीय मूल्यों में माइनर डिग्री पाठ्यक्रम भी तैयार किया गया है जिसे अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद ने मान्यता प्रदान ही है एवम् कोई भी विद्यार्थी इसे पढ़ सकते है।

*एक परिचय : एआईसीटीई मूल्य आधारित शिक्षा का दृष्टिकोंण पत्र विजन दस्तावेज-2023*

अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद, नई दिल्ली के मानवीय मूल्य प्रभाग के निर्देशन में तैयार मूल्य आधारित शिक्षा का दृष्टिकोंण पत्र विजन दस्तावेज-2023 सम्पूर्ण देश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति की भावना के अनुरूप मूल्य आधारित शिक्षा प्रणाली को लागू करने पर बल देता है। मानवीय मूल्यों का यह मार्गदर्शक दस्तावेज सम्पूर्ण देश में उच्च शिक्षा में गुणवत्ता और संस्कारित वातावरण तैयार करने, राष्ट्रीय विकास और वैश्विक कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। भारतीय ज्ञान प्रणाली को आधार मानते हुए इस दस्तावेज के निर्माताओ ने शिक्षा के साथ संस्कारित विद्यार्थियों की भावी पीढी तैयार करने की रुपरेखा के साथ इसे अंतिम रूप दिया है। देश के संस्कार आधारित गौरवशाली भारतीय परंपरा को जारी रखने का यह दस्तावेज मूल्य आधारित शिक्षा व्यवस्था के विभिन्न पहलुओं को समग्र रूप से परिभाषित करता है।

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