बीकानेर,राज्य में सरकार एक तरफ रीट भर्ती 2021 में चयनित लेवल वन के 15500 शिक्षको को नियुक्ति देने के लिए काउंसलिंग प्रक्रिया शुरू कर दी है जिसमे इन्हें स्कूल आवंटन किए जा रहे है। जबकि दूसरी ओर तृतीय श्रेणी शिक्षको के तबादले भाजपा सरकार में 2018 में हुए थे उसके बाद कांग्रेस सरकार ने अगस्त 2021 में राज्य में तृतीय श्रेणी शिक्षको से शाला दर्पण के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन लिए गए जिनमें राज्य भर 85 हजार शिक्षको ने तबादले हेतु आवेदन किए। पूर्व में शिक्षा मंत्री रहे गोविन्द सिंह डोटासरा कहते रहे जल्द ही तबादला नीति आयेगी लेकिन तबादला नीति नहीं आई ओर वर्तमान शिक्षा मंत्री डॉ.बीडी कल्ला भी कहते है नीति तैयार है सीएम अशोक गहलोत से अनुमति मिलते ही तबादले कर दिए जाएंगे। सरकार वरिष्ठ अध्यापक, एचएम, व्याख्याता,प्रधानाचार्य सभी के तबादले कर देती है और जब बात तृतीय श्रेणी शिक्षको की आती है तो तबादला नीति का बहाना लेकर शिक्षको को गुमराह कर रहीं है। सरकार हर बार नीति के लिए कमेटी बना देती है लेकिन कमेटी ने आज तक नीति नहीं बनाई। 2017 में भाजपा सरकार ने कमेटी बनाई जिसकी नीति नही बन पाई ,अब कांग्रेस सरकार ने शिक्षा विभाग के पूर्व निदेशक के नेतृत्व में कमेटी बनाई लेकिन अभी तक नीति का पता नहीं है। शिक्षक नेता मोहर सिंह सलावद ने बताया की तबादला सुची जारी करवाने की मांग को लेकर शिक्षक संघ रेसटा राज्य भर में विरोध प्रदर्शन कर चुका व निदेशक से लेकर शिक्षा मंत्री डॉ. कल्ला व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिलकर ज्ञापन दे चुके लेकीन अभी तक मांग पूरी नहीं हुई जिससे राज्य भर के शिक्षको में सरकार के प्रति आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
*राज्य में तृतीय श्रेणी शिक्षको की संख्या*..
राज्य में 65 हजार सरकारी स्कूलों में 2,16,889 तृतीय श्रेणी शिक्षक अध्यापन का कार्य करवा रहे है। जिनमें डार्क जोन में शिक्षकों की संख्या 72,119 है।
*इनका कहना है* 👇
प्रदेशाध्यक्ष शिक्षक संघ एलीमेंट्री सेकेंडरी टीचर एसोसिएशन रेसटा (राज.) के प्रदेशाध्यक्ष मोहर सिंह सलावद ने कहा की सरकार की हठधर्मिता से साफ है की 85 हजार तृतीय श्रेणी शिक्षको के साथ हमेशा की तरह इस बार भी तबादला नीति के नाम पे धोखा किया जा रहा है । सीएम व शिक्षा मंत्री को कई बार ज्ञापन दे चुके व 18 मई को हम शिक्षक संयुक्त मंच के बैनर तले शहीद स्मारक जयपुर में धरना दे चुके लेकिन आश्वाशन ही दिए जा रहें है दूसरी ओर लेवल वन को नियुक्ति दी जा रही है तो ऑनलाइन आवेदन में दिए विकल्प के रिक्त पद भर जायेंगे तो अन्य जिलों में कार्यरत शिक्षकों के तबादले के अवसर खत्म हों गए है। सरकार को अतिशीघ्र तबादला सुची जारी करनी चाहिए।