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बीकानेर,जिस प्रकार से राजस्थान में परिवर्तन निदेशालय के पिछले वर्षो से छापे पड रहे है एंव जो जानकारीया सामने निकल के आ रही है उसे यह स्पष्ट प्रतीत हो रहा है। वर्तमान की राज्य सरकार के मंत्री किस प्रकार से भ्रष्टाचार में लिप्त है जिस प्रकार से पेपर लीक प्रकरण में परिवर्तन निर्देशालय द्वारा जांच प्रगति आगे बढी रही है। जांच प्रक्रिया के दौरान जिन जिन नामों का खुलासा हो रहा है।

वर्तमान सरकार के नेताओं एंव प्रशासनिक मशीनरी की मिली भगत सामने आयी है। राजा के बेरोजगार युवा परिवर्तन निर्देशालय कार्यालय का स्वागत व अभिनंदन कर रही है। राजस्थान के मुख्यमंत्री स्वयं कहा था कि पेपर लीक आरोपीयों को पकड़ने के लिए तहत तक जायेंगे। यही तो परिवर्तन निर्देशालय कर रहा है। एक प्रकार से जितने भी भ्रष्टाचार के प्रकरण सामने आ रहे है ।

इसमें मुख्यमंत्री जी की सरपरस्ती साफ नजर आ रही है

इसी प्रकार से केंद्र सरकार के द्वारा जल जीवन मिशन में राजस्थान सरकार को दिये गये। 40000 हजार प्रोजेक्ट व स्कीम के टेडरों में जिस प्रकार से परिवर्तन निर्देशालय ने भ्रष्टाचार को उजागर किया। काम पूरा हुआ 44.67 प्रतिशत जबकि फील्ड में 25000 करोड कर काम होने का ज्यादा भुगतान किया गया। इसमें यह प्रतीत होता है। इस जल जीवन के मिशन में बड़ा भ्रष्टाचार हुआ। परवर्तन निर्देशालय ने जो कार्यवाही की है जिस प्रकार से नकदी सोना बरामद हो रहा है। भारतीय जनता पार्टी के आरोपों को साबित करता है। परवर्तन निर्देशालय की जांच में जिस प्रकार के तथ्य सामने आ रहे है। बिना किसी पूछे जांच ही 18800करोड बाट दिये। इसका नुकसान राजस्थान के ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों के हर घर नल पहुचानें की योजना से राजस्थान के नागरिकों को वचित किया गया। यह बड़ा अपराध राजीव सरकार में किया। भारतीय जनता पार्टी यह माग करती है। पेपरलीक एंव जल जीवन मिशन के तहत भ्रष्टाचार में जो भी सलिग्त है। उनके उपर कठोर कार्यवाही की जाये जिससे भविष्य में इस प्रकार की

घटना की पुनरार्वति ना हो एंव केद्र सरकार की योजनाओं का लाभ राजस्थान की जनता को समय पर उचित व्यक्ति को मिले। यह सुनिश्चित करना राजस्थान सरकार की जिम्मेदारी है।

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