बीकानेर,कोचर मंदिरात एवं पंचायती ट्रस्ट के तत्वावधान में कोचरों के चौक के जैन पंच मंदिर परिसर के भगवान श्री पार्श्वनाथ जिनालय के 200 वें वर्ष पर मूल गर्भगृह में रविवार को भगवान पार्श्वनाथ की तथा भगवान आदिनाथ मंदिर में जीर्णोंद्धार के बाद पुनः प्रतिमा की प्रतिष्ठा जैन विधि व आगम मंत्रों से की गई।
शुक्रवार को प्रन्यास प्रवर मुनि धर्मशील विजय व मुनि पद्मशील विजय के सान्निध्य सुबह छह बजे द्वार उद्घाटन व सुबह साढ़े नौ बजे सत्रहभेदी पूजा होगी। द्वार उद्घाटन का लाभ सुश्रावक ताराचंद, चांदमल, सूरजमल, सुन्दरलाल व सोहन लाल कोचर परिवार ने लिया है। यह परिवार गाजे बाजे के साथ रविवार सुबह मंदिर पहुंचकर द्वार के पट् खोलकर सभी को दर्शन करवाने का पुण्य हासिल करेंगे।
आयोजन से जुड़े जितेन्द्र कोचर ने बताया कि गच्छाधिपति विजय नित्यानंद सूरीश्वरजी के आज्ञानुवर्ती प्रन्यासप्रवर मुनि धर्मशील विजय व मुनि पद्मशील विजय के सान्निध्य पूर्व में गोगागेट के बाहर कोचरों की दादा बाड़ी से भगवान पार्श्वनाथ की काले संगमरमर की प्रतिमा को शोभायात्रा के साथ पंच मंदिर तक लाया गया। शोभायात्रा में बैंड पार्टी नवकार महामंत्र की धुन बजा रहा था । आगे पंचरंगी जैन ध्वज लिए घुड़ सवार चल रहा था । श्री आत्मानंद जैन महासभा के अध्यक्ष चन्द्र कुमार कोचर व श्रीमती विनोद कोचर प्रतिमा को लिए हुए बग्गी में सवार थे। सकलश्री संघ के श्रावक-श्राविकाओं, प्रतिष्ठा महोत्सव के लाभार्थी सुश्रावक रिखबदास, केशरीचंद, मोजीराम, खेमचंद कोचर परिवार, जतनमल, हीरालाल, सुनील, कृणाल कोचर परिवार, श्रीमती विनोद देवी,चन्द्र कुमार कोचर परिवार, टीकमचंद भंवर लाल कोचर परिवार, समस्त सिरोहिया परिवार, शिखरचंद डागा परिवार के सदस्यों का अनेक स्थानों पर पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। श्राविकाएं मंगल कलश लिए हुए थी। श्रावक-श्राविकाएं श्रद्धा व भक्ति के साथ देव, गुरु व धर्म के नारे लगा रहे थे।
कोचर ने बताया कि भगवान पार्श्वनाथ मंदिर के स्थापना के 200 वें वर्ष पर स्थापित की गई नई प्रतिमा की अंजन श्लाका विधान गच्छाधिपति नित्यानंद सूरिश्वरजी ने जालौर के उम्मेदपुर में किया था। भगवान ऋषभदेव की प्राचीन सफेद संगमरमर प्रतिमा को जीर्णोंद्धार के बाद पुनः प्रतिष्ठित किया गया है। प्रतिष्ठा विधिकारक नितिश भाई ने प्रन्यास प्रवर पद से विभूषित मुनि धर्मशील विजय व मुनि पद्मशील के सान्निध्य में करवाई।
भक्ति संगीत संध्या
पंच मंदिर परिसर में ही शुक्रवार रात को हुई भक्ति संध्या में वरिष्ठ गायक मगन कोचर, खैरली के अभिषेक कोचर ने विभिन्न राज व तर्जों में भगवान आदिनाथ व पार्श्वनाथ के भजन प्रस्तुत कर देर रात तक श्रावक-श्राविकाओं को भक्ति रस में सराबोर रखा।
नाल में दादा गुरुदेव का मेला आज
बीकानेर, 9 मार्च। श्री चिंतामणि जैन मंदिर प्रन्यास के तत्वावधान में सकलश्री संघ के सहयोग से नाल बड़ी गांव स्थित दादाबाड़ी में दादा गुरुदेव श्री जिन कुशल सूरीजी की 690 वीं पुण्य तिथि पर फाल्गुन बदी अमावस रविवार को मेला लगेगा।
श्री चिंतामणि जैन मंदिर प्रन्यास के अध्यक्ष निर्मल धारीवाल ने बताया कि दादाबाड़ी के छत आदि का जीर्णोंद्धार व पदम प्रभु के मंदिर में रंग रोगन करवाकर नवीनीकरण किया गया है। मेले के दिन दादा बाड़ी परिसर के भगवान पदम प्रभु की पंच कल्याणक पूजा दोपहर एक बजे, दादा गुरुदेव की बड़ी पूजा दोपहर दो बजे होगा। शाम को सूर्यास्त से पूर्व प्रसाद का आयोजन होगा। नाल दादाबाड़ी जाने के लिए पुरानी जेल रोड से दोपहर सवा बारह बजे व डेढ़ बजे बसों की व्यवस्था की गई है।
मेले की विभिन्न व्यवस्थाओं व कार्यक्रमों के लिए श्रावकों की एक टीम कार्य रही है। टीम के विपिन मुसरफ, दीपक नाहटा, पुनेश मुसरफ, अनिल सुराणा, प्रमोद गुलगुलिया व विनीत नाहटा आदि से सम्पर्क किया जा सकता है।
ब्रह्मसर महातीर्थ में दादा गुरु मेला आज व कल
बीकानेर, 9 मार्च। खरतरगच्छाचार्य जिन मनोज्ञ सूरी म.सा. के सान्निध्य में जैसलमेर की ब्रह्मसर स्थित दादाश्री जिन कुशल सूरी की दादाबाड़ी में रविवार व सोमवार को दादा गुरु मेला आयोजित किया जाएगा। मेले में बीकानेर सहित देश के विभिन्न इलाकों के बड़ी संख्या में श्रावक-श्राविकाएं शामिल होंगे।
दादाबाड़ी में स्थित भगवान विमल नाथजी की प्राचीन प्रतिमा की तथा स्वतः उत्कीर्ण चमत्कारी दादा गुरुदेव की चरण पादुकाओं पूजा, दर्शन वंदन श्रावक-श्राविकाएं करेंगे। भक्ति संगीत, गुरु इकतीसा का पाठ सहित विविध आयोजन होंगे। भगवान विमलनाथजी के मंदिर में ध्वजारोहण किया जाएगा। बीकानेर अनेक श्रावक-श्राविकाएं शनिवार को ब्रह्मसर प्रस्थान किया।
गंगाशहर के भगवान आदिनाथ मंदिर
में स्नात्र पूजा आज
बीकानेर, 9 मार्च। श्री चिंतामणि जैन मंदिर प्रन्यास के तत्वावधान में जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ से सम्बद्ध ज्ञान वाटिका के बच्चें रविवारीय जिनालय दर्शन, वंदन व पूजन कार्यक्रम के तहत सुबह आठ बजे गंगाशहर में मुख्य बाजार में स्थित भगवान श्री आदिनाथ जैन मंदिर स्नात्र पूजा की जाएगी।
श्री चिंतामणि मंदिर प्रन्यास ट्रस्ट के अध्यक्ष निर्मल धारीवाल ने बताया कि ज्ञान वाटिका की आचार्य सुनीता नाहटा व चैत्यवंदन व जैन जागरूकता अभियान के समन्वयक पवन खजांची व ज्ञानजी सेठिया के नेतृत्व में यह लगातार 28 वां मंदिर होगा जहां स्नात्र पूजा होगी। बच्चों को गंगाशहर ले जाने के लिए रांगड़ी चौक के सुगनजी महाराज के उपासरे से वाहन की व्यवस्था की गई है।