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बीकानेर,पिछले तीन विधानसभा चुनावों से भाजपा का गढ़ बनी बीकानेर पूर्व सीट फतेह करने के लिये कांग्रेस ने समूची ताकत झोंक दी है। कांग्रेसी खेमें में टिकट बंटवारें के लिये चली लंबे दौर की मशक्कत के बाद कांग्रेस ने इस सीट से भाजपा की दिग्गज प्रत्याशी सिद्धी कुमारी के सामने शहर कांग्रेस अध्यक्ष यशपाल गहलोत को मैदान में उतारा है। संगठन में मजबूत पकड़ रखने वाले यशपाल गहलोत की यह पहली चुनावी जंग है,जबकि सिद्धी कुमारी इस सीट पर जीत की हैट्रिक बना चुकी है। हालांकि भाजपा के रणनीतिकार बीकानेर पूर्व सीट के चुनावी मुकाबलें में यशपाल गहलोत को कमजोर प्रत्याशी आंकते हुए अपनी एकतरफा जीत का दावा कर रहे है,लेकिन यशपाल की चुनावी सभाओं में उमड़ रही भीड़ से कांग्रेस रणनीतिकारों को इस सीट पर बड़ी जीत की उम्मीद है। वहीं तीसरे ताकत दिखा रहे आरएलपी के मनोज विश्रोई भी इस सीट पर भाजपा कांग्रेस को कड़ी चुनौति दे रहे है।

साल २००८ के परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई बीकानेर पूर्व विधानसभा सीट में इस बार 2,46,051मतदाता हैं । इनमें 1,25,642 पुरुष और 1,20,409 महिला मतदाता हैं. यहां महिला-पुरुष मतदाता का अनुपात 94.37 है । विधानसभा चुनाव-2018 में यहां 67.82 प्रतिशत मतदान हुआ है ।
-पिछले चुनावों का लेखा जोखा
2008 के विधानसभा चुनावों में सिद्धी कुमारी ने कांग्रेस के डॉ. तनवीर मालावात को 37,653 मतों के भारी अंतर से शिकस्त दी थी। विधानसभा चुनाव-2013 में सिद्धी कुमारी ने 77,839 मत लेकर कांग्रेस के गोपाल गहलोत को 31,677 मतों से पराजित किया था । जबकि साल 2018 के विधानसभा चुनावों में सिद्धी कुमारी को 73/174 वोट मिले,कांग्रेस के दिग्गज प्रत्याशी पूर्व संसदीय सचिव कन्हैयालाल झंवर ने 66113, वोट हासिल किये। सिद्धी कुमारी ने अपनी तीसरी जीत 7093 वोटों से दर्ज कराई।

अबकी ये प्रत्याशी मैदान में
बीकानेर पूर्व-कांग्रेस से यशपाल,भाजपा से सिद्धि कुमारी, बसपा से गोमती,रालोपा से मनोज बिश्नोई, अभिनव राजस्थान पार्टी से हरद्वारीलाल मेहरा, पब्लिक पॉलिटिकल पार्टी से भगवान सिंह और निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नारायण सिंह,तोलाराम उपाध्याय, निर्मला केलानिया, लालचंद केदारनाथ खत्री, तीर्थराम, मीना, मोहर सिंह यादव मैदान में है।
-यह है अनुमानित जातीय समीकरण
कुल वोटर्स: 2 लाख 43 हजार 316
राजपूत-47 हजार
ब्राह्मण-44 हजार
मुसलमान-33 हजार
वैश्य-25 हजार
खत्री,पंजाबी,सिंधी-22 हजार
माली- 20 हजार
दलित- 27 हजार
अन्य-25 हजार

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