बीकानेर,अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के आह्वान और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर बीकानेर में अडानी ग्रुप पर आरोपों के मामले में कांग्रेस का एसबीआई (पीपी ब्रांच) पर विरोध प्रदर्शन फीका रहा। कांग्रेस के इस आरोप पर कि केंद्र सरकार की ओर से करोड़ों भारतीयों की कमाई को अपने कुछ खास मित्र घरानों को लाभ के लिए इस्तेमाल के विरोध में बीकानेर में दो मंत्री, कुछ पदाधिकारी, विधानसभा और लोकसभा में पार्टी से टिकट के उम्मीदवार ज्यादा नजर आए। आम कार्यकर्ता और बाकी पदाधिकारी कम दिखाई दिए। दो घंटे के धरने पर कमोबेश दाई की संख्या में ही कांग्रेसी आए। नेशनल कांग्रेस कमेटी ने पूरे भारत में जिला मुख्यालयों पर विरोध प्रदर्शन कार्यक्रम रखा। ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी, आपदा मंत्री गोविंद मेघवाल, पूर्व गृह राज्यमंत्री वीरेंद्र बेनीवाल, मदन मेघवाल आदि लोगों ने धरने की रस्म पूरी की।
हालाकि बताया गया कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष गोविंद डोटासरा ने कहा कि सभी कांग्रेसजनो की उपस्थिति नितांत आवश्यक है। प्रवक्ता नितिन वत्स के अनुसार बीकानेर शहर के वरिष्ठ कांग्रेसी नेता गण, पीसीसी सदस्य, प्रदेश पदाधिकारी, विधानसभा और लोकसभा प्रत्याशी, नगर निगम नेता प्रतिपक्ष, चारो ब्लॉक कांग्रेस वेकमेटी के अध्यक्ष, बीकानेर नगर निगम के कांग्रेसी पार्षदजन,पार्षद प्रत्याशी जिलाकांग्रेस के सभी पदाधिकारीगण यूथ कांग्रेस, महिला कांग्रेस, सेवादल, एनएसयूआई, सहित सभी विभागों, प्रकोष्ठों, और कांग्रेसी विचारधारा से जुड़े सभी संगठनों के प्रदेश और जिला पदाधिकारी, कांग्रेस के कार्यकर्ताओ को अपनी भागीदारी का आग्रह किया गया था। कांग्रेस के इस राष्ट्रीय मुद्दे पर जन समर्थन तो दूर की कोड़ी नजर आई पार्टी के लोगों ने भी सर्मथन नहीं मिला। दो मंत्रियों की उपस्थिति के बावजूद आम पार्टी कार्यकर्ता और उल्लेखित संगठनों के लोग नहीं आए। अडानी ग्रुप के शेयरों में पिछले सप्ताह से काफी उथल पुथल देखने को मिल रही है। हालांकि केंद्र सरकार की वित्त मंत्री ने स्पष्टीकरण दे दिया है कि इससे भारत की स्थिति और छवि अप्रभावित है। अर्थव्यवस्था मजबूत है। कांग्रेस ने लोकसभा, राज्यसभा और बाहर इस घटना को मुद्दा बनाया है। इसी के चलते बीकानेर में यह विरोध प्रदर्शन रखा गया जो प्रभावी नहीं, बल्कि रस्म अदायगी जैसा रहा।