बीकानेर,प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का बीकानेर के भुजिया पापड़ व्यवसाइयों से संवाद को मात्र खाना पूर्ति से अधिक नही है, भाजपा पर्वत एडवोकेट अशोक प्रजापत ने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार आरंभ से ही उद्योग विरोधी रही है कांग्रेस सरकार के 5 साल के राज में राजस्थान के सभी उद्योग घुटनों पर आ गए है। भाजपा प्रवक्ता अशोक प्रजापत ने कहा कि बीकानेर का खाद्य व डेयरी उद्योग बीकानेर की लाइफ लाइन है जिसकी तरफ सरकार ने 5 वर्ष में ध्यान तक नही दिया है। उन्होंने प्रश्न किया कि सरकार को चुनावो के समय बीकानेर के उद्योग जगत की चिंता जागी है, जो उनकी स्वार्थ कि मंशा को उजागर कर रही है, भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता अशोक प्रजपात ने कहा कि गहलोत सरकार के कार्यकाल में समूचे राजस्थान के उद्योगो की दुर्गति हुई है। उद्योग जगत को उत्पादन के लिये पर्याप्त बिजली जैसी मूल भूत सुविधा उपलब्ध करवाने में सरकार विफल रही है। प्रदेश का उद्योग जगत भारत में सर्वाधिक महंगी बिजली की मार को झेल रहा है।
बीकानेर के उद्योग जगत की दुर्गति का कारण भी सरकार की गलत नीतियां है। रीको बीकानेर के उद्योग जगत को सुविधाएं देने में विफल रहा है। करणी उद्योग क्षेत्र में सीवरेज पानी की निकासी तक नही कर सका है। बीकानेर में अपने दम पर फल फूल रहे भुजिया व पापड़ उद्योग में लगे सैकड़ो मजदूरों के लिए भी किसी प्रकार की राहत या सहायता पैकेज देने में विफल रही है। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार मजदूर विरोधी सरकार है जिसने पूर्वर्ती श्रमिकों की योजनाओं को बंद कर दिया है, उन्होंने उदहारण देते हुए बताया कि भवन निर्माण श्रमिको और परिजनों के लागू योजनाओं तक को भी बंद कर दिया है। आज 40 लाख से अधिक श्रमिक डायरी वाले श्रमिक अपने अधिकारों के लिए दर दर परेशान हो रहे है।
उन्होंने कहा कि बीकानेर में सरकार में दो महत्वपूर्ण मंन्त्री होने के बावजूद भी बीकानेर के उद्योग जगत के लिए एक भी उपलब्धि नही दिलवा सके। यही नहीं सरकार में उद्योग मंत्री ने बीकानेर उद्योगो की समस्यों को सुनने और समझने के लिए प्रवास करने तक का समय नही निकाला। फल स्वरूप सरकारी सहायता के अभाव में बीकानेर जिले के उद्योग आधुनिकीकरण के अभाव में हांफ रहे है।