बीकानेर, स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत गुणवत्तापूर्ण बीज उत्पादन तकनीक को लेकर सात दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का बुधवार को समापन हुआ। मानव संसाधन विकास निदेशालय में आयोजित समापन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मंडल रेल प्रबंधक श्री आशीष कुमार थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति डॉ अरुण कुमार ने की। विशेष आमंत्रित सदस्यों में अनुसंधान निदेशक डॉ पीएस शेखावत व डीएचआरडी निदेशक डॉ ए के शर्मा थे।
राष्ट्रीय बीज परियोजना के अंतर्गत हुए इस कार्यक्रम में मंडल रेल प्रबंधक श्री आशीष कुमार ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण बीज के जरिए ही हम कम जगह पर फसल का अधिक उत्पादन ले सकते हैं। जनसंख्या वृद्धि के साथ जमीन कम होती जा रही है। लिहाजा गुणवत्तापूर्णबीज उत्पादन की मांग और बढ़ती जाएगी। प्रशिक्षण लेने वाले प्रतिभागी गुणवत्तापूर्ण बीज उत्पादन की जानकारी अधिक से अधिक किसानों तक पहुंचाएं ताकि अन्य किसानों को भी इसका लाभ मिले।
कुलपति डॉ अरुण कुमार ने कहा कि बाजार में जो बीज उपलब्ध हैं उनकी पैकेजिंग और ब्रांडिंग इतनी अच्छी होती है कि गरीब किसान पैसे उधार लेकर उसे खरीदता है। अगर किसान अपने खेत पर ही गुणवत्तापूर्ण बीज उत्पादन सीख लेंगे तो उसे बड़ा फायदा होगा।
इससे पूर्व अतिरिक्त निदेशक बीज डॉ पीसी गुप्ता ने बताया कि 14 से 20 मार्च तक आयोजित इस सात दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में किसानों, विश्वविद्यालय के स्टूडेंट्स समेत जोधपुर, उदयपुर, जोबनेर, बुंदेलखंड, झांसी के कुल 50 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। इन्हें गुणवत्तापूर्ण बीज उत्पादन के साथ उसकी प्रोसेसिंग, ग्रेडिंग, मार्केटिंग इत्यादि की जानकारी दी गई।
अनुसंधान निदेशक डॉ पीएस शेखावत ने स्वागत भाषण और डीएचआडी के निदेशक डॉ एके शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि कुलपति डॉ अरुण कुमार कृषि विश्वविद्यालय की प्रगति को लेकर दिन रात लगे रहते हैं। प्रतिभागियों ने कहा कि अब तक उन्होंने थ्योरी ही पढ़ी थी अब प्रैक्टिकली गुणवत्ता बीज उत्पादन की जानकारी मिली। कार्यक्रम की शुरूआत में अतिथियों का बुके भेंट कर किया गया।
कार्यक्रम में प्रसार निदेशक डॉ सुभाष चंद्र, आईएबीएम निदेशक डॉ आईपी सिंह, सामुदायिक विज्ञान महाविद्यालय अधिष्ठाता डॉ विमला डुंकवाल, कृषि महाविद्यालय अधिष्ठाता डॉ पीके यादव, भू-स्पृश्यता एवं आय सर्जन निदेशक डॉ दाताराम, ईओ डॉ जेके गौड़, एलपीएम विभागाध्यक्ष डॉ एन एस दहिया, समेत बड़ी संख्या में प्रतिभागी और स्टूडेंट्स उपस्थित रहे।