बीकानेर,कैसी विडंबना है की आजादी के 75 साल बाद भी जनता गुलामी की जिंदगी जी रही है और राजनैतिक दल है जो उनके सामने बैठकर जोर-जोर से तालियां बजाते हैं और
जयकारें लगाते हैं और उन दलों के नेता अपने आप को राजा महाराजा मानकर बड़े-बड़े मंच बनवाकर ऊपर बैठते हैं और नीचे पंडाल में जनता को बिठाते हैं फिर उनके सामने ही उनकी बेइज्जती करते हुए कहते हैं की सम्मानित मंच फिर सामने बैठी जनता जोर-जोर से तालियां बजाती है आखिर आप कब तक इन रेलिया में अपने आप को जलील और अपमानित करवाओगे सोचें जरूर…..
*आइय हमारे साथ 2 अक्टूबर को नागौर* *जनता का राज और गांधी जी को श्रद्धांजलि के लिए जहां कोई मंच नहीं कोई* *अपमानित नहीं सब सम्मानित सब एक जाजम पर साथ बैठते हैं* आपने जीवन में कई यात्राएँ की होंगी, खर्च भी किया होगा, लेकिन दो अक्टूबर को नागौर के अभिनव महाकुंभ में आने के बाद आपको जो अनुभव होगा – वह जीवन भर याद रहेगा । आप राजस्थान की तक़दीर नए सिरे से लिखने वाले ख़ास लोगों में गिने जाओगे ।
यह किसी और पार्टी की तरह सामान्य भीड़ नहीं होगी – यह तो महाकुंभ ही होगा – जैसा राजस्थान ने कई बरसों में नहीं देखा ।