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बीकानेर,राजस्थान की राजधानी जयपुर में 153 वीं, गांधी जयंती के अवसर पर रविवार को सचिवालय में गांधी प्रतिमा के सामने प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया.प्रार्थना सभा के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सबसे पहले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए. गांधी सर्किल स्थित गांधी प्रतिमा के सामने प्रार्थना सभा हुई. इसके बाद रामधुनी का कार्यक्रम आयोजित हुए. “रघुपति राघव राजा राम पतित पावन सीताराम”, ‘वैष्णजन तेने कहिए जै पीर पराई जानिए’ जैसे गांधी जी के भजनों कि गूंज रही.मुख्यमंत्री गहलोत के साथ मंत्री और अधिकारी हैं मौजूद इस दौरान कला संस्कृति मंत्री BD कल्ला, शकुंतला रावत, ममता भूपेश, प्रमुख सचिव वित्त अखिल अरोड़ा, कार्मिक प्रमुख सचिव हेमंत गेरा, प्रमुख सचिव यूडीएच कुंजी लाल मीणा समेत कई अधिकारी सचिवालय में मौजूद रहें.

सीएम ने मेरा विश्वास अहिंसा और सत्य में हैइस बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि महात्मा गांधी राष्ट्रपिता के रूप में प्रसिद्ध हैं, गांधी ने पूरे मुल्क को आजाद करवाया. आजादी से पहले अफ्रीका में अहिंसा का महत्व बताया. मुख्यमंत्री ने कहा, दुनिया आज के दिन अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस मना रही है. इस बात का हमें गर्व होना चाहिए. बहुत हालत खराब रहे हैं, जहां हिंसा होती है. वहां देशवासी बेबस दिखते हैं. बहुत दुख होता है जब गांधी के मुल्क में हिंसा होती है. सीएम ने मेरा विश्वास अहिंसा और सत्य में है. गांधी जी के सिद्धांतों में है. उनको कितना दुख होता होगा, यह वह लोग जानते हैं जो गांधी दर्शन को जीते हैं.

102 विधायकों ने ‘सरकार बचाई है

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मीडिया संवाद करते हुए कहा कि कहा- ‘102 विधायकों को मैं नहीं भूल सकता. क्योंकि 102 विधायकों ने ‘सरकार बचाई है. हमारा राजस्थान में चुनाव जीतना बहुत आवश्यक है. इससे कांग्रेस फिर से मजबूत होने की ओर बढ़ेगी. सरकार को रिपीट कराने के लिए पूरी मेहनत से जुटेंगे. मैं मुख्यमंत्री रहूं या न रहूं, प्रदेश में मिलकर सरकार बनाएंगे’.

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