कृषि बजट पूर्व प्रगतिशील किसानों से वीडियो कॉन्फ्रसिंग के जरिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) नें सुझाव मांगे हैं. सहायक कृषि अधिकारी किशनगढबास दिनेश तक्षक नें बताया कि मुख्यमंत्री राजस्थान सरकार नें कृषि बजट (Agriculture Budget) पूर्व प्रगतिशील किसानों से वीडियो कॉन्फ्रसिंग के जरिए सुझाव मांगे हैं, जिसमें अलवर जिले का नेतृत्व किशनगढ़ बास के ग्राम सेवखेड़ा निवासी युवा प्रगतिशील कृषक संजीव गुर्जर नें किया.
उन्होंने मुख्यमंत्री को पशुपालन डेयरी (Animal husbandry dairy) पर 50 प्रतिशत अनुदान देने, प्रत्येक खेत को जल की उपलब्धता हेतु नहरी तन्त्र विकसित करने, जल बचत के उपकरणों जैसे ड्रीप, मिनि फव्वारा, फार्मपौण्ड पर 90 प्रतिशत अनुदान करने, कृषि में उपयोगी उपकरणों पर टैक्स हटानें, सौर ऊर्जा (Solar Energy) पर 90 प्रतिशत अनुदान करनें सहित फसली ऋण (crop loan) की राशि को बढ़ानें के सुझाव दिए हैं ताकि खेती और किसानी मजबूत हो सके और किसानों (Farmers) की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ हो सके.
गौरतलब है कि बचपन में ही अपने पिता का साया उठ जाने के बावजूद संजीव गुर्जर नें हार नहीं मानी और खेती किसानी को ही अपनी कर्मभूमि और आजीविका बनाया, जिसमें आजकल युवाओं का रुझान बहुत कम है उसमें उन्होंने जैविक खेती (Organic farming), पशुपालन व उद्यानिकी का मिश्रण कर खेती की और कामयाबी हासिल कर मिसाल पेश की और लोगों को बताया कि खेती भी लाभ का सौदा हो सकती है अगर उसे अच्छे तरीके और पूरे मनोयोग से किया जाए.
संजीव गुर्जर (Sanjeev Gurjar) नें बहुत ही कम उम्र में कृषि विभाग के सहयोग से आधुनिक तरीके से जैविकखेती, पशुपालन व उद्यानिकी कर प्रदेश में स्वयं का और क्षेत्र का नाम रोशन किया है तथा उन्हें लगातार तीसरी बार बजट पूर्व सुझाव हेतु आमंत्रित किया गया है तथा वह आत्मा योजनान्तर्गत जिला स्तर पर पुरस्कृत भी हो चुके हैं. किसानों (Farmers Demand) को रासायनिक खेती छोडक़र उन्नत, मिश्रित व जैविक खेती करने हेतु हमेशा प्रेरित करते हैं तथा वह कृषि विभाग और संकल्पतरू फाउण्डेशन के सहयोग से किसानों के हजारों पौधे भी लगवा चुके है, जिससे किसान मिश्रित खेती कर अपनी आय बढ़ा सके और प्रकृति को भी जीवनदान मिल सके.