बीकानेर,स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 शुरू हा़े चुका है। पब्लिक फीडबैक में बीकानेर काे पिछले साल 1800 में से सिर्फ 873 अंक मिले थे। इस बार उसे मजबूत करने के लिए निगम ने सात कार्मिक लगाए हैं। हालांकि 10 लाख की आबादी वाले शहर में पांच प्रतिशत काे अभी तक पता नहीं की उन्हें कहां और क्या फीड बैक देना है। 31 मार्च तक टीम सर्विस लेवल प्रोग्रेस का जमीनी आंकलन करने अाएगी। जिसमें पिछले साल बीकानेर काे 2400 में से सिर्फ 1016 अंक मिले थे। चिंता की बात इसलिए ज्यादा है क्योंकि इस बार कुल रैंकिंग 7500 में से तय हाेगी, जबकि पिछले साल 6000 अंकों में तय हुई थी।
दरअसल जनवरी में स्वच्छता सर्वेक्षण हाेना था जाे काेराेना की तीसरी लहर के कारण मार्च तक टल गया था। जनवरी से मार्च तक दाे महीने मिले समय का निगम फायदा नहीं ले पाया। तब भी काेई तैयारी नहीं थी और अब जब एक मार्च से पब्लिक फीडबैक शुरू हा़े गया ताे भी एक सप्ताह बीतने पर भी काेई खास तैयारी नहीं है। स्वच्छता निरीक्षकाें की अगुवाई में सात कार्मिक पब्लिक फीडबैक देने के लिए लाेगाें काे जागरुक कर रहे हैं। तीन प्वाइंट पर ही निगम काे रैंक मिलेगी। सबसे ज्यादा सर्विस लेवल प्रोग्रेस के 3000 अंक का हैं।
शेष 2250 अंक पब्लिक वाइस और 2250 सर्टीफिकेशन के हैं। इन 7500 अंक में ही बीकानेर काे रैंक सुधारनी है। सर्विस लेवल फीड बैक में निगम अब कुछ नहीं कर सकता क्योंकि 28 फरवरी तक जाे दस्तावेज, जगह और प्वाइंट पोर्टल पर अपलोड कर चुका है टीम उसे ही चैक करेगी और उसी आधार पर मूल्यांकन हाेगा। पब्लिक फीडबैक और सर्टीफिकेशन में स्थिति सुधारने पर रैंक मजबूत की जा सकती है।
3000 अंक वाले सर्विस लेवल प्राेग्रेस की जांच करने 31 मार्च तक आ सकती है टीम,
इन तीन बिंदुओं से समझें नगर निगम काे कितने अंक चाहिए
3000 अंक-सर्विस लेवल प्राेसेसिंग- 40%
1200 प्रोसेसिंग एंड डिस्पाेजल
900 सेग्रीगेटेड कलेक्शन- सिंगल यूज प्लास्टिक इसमें शामिल है
सस्टेनबल सेनिटेशन व सफाई मित्र सुरक्षा- तीनाें क्वार्टर में सर्विस लेवल प्रोसेसिंग के दाे-दाे हजार नंबर हैं। कुल 40 प्रतिशत अंक मुख्य सर्वेक्षण के 7500 अंकों में जुड़ेंगे।
2250 अंक सर्टिफिकेशन के- 30 प्रतिशत
1250 सेवन स्टार के। इसमें एक स्टार पर 500 अंक, 3 स्टार के 800 अंक, 5 स्टार के 1000 और 7 स्टार मिले ताे 1250 अंक।
1000 अंक ओडीएफ प्लस, डबल प्लस और वाटर प्लस। बीकानेर ने इस बार ओडीएफ ++ का दावा किया है जब कि इससे पहले ओडीएफ के सिर्फ 300 अंक ही मिले थे।
2250 अंक सिटीजन वाॅइस- 30 प्रतिशत
550 सिटीजन इंगेजमेंट, इसमें फ्रीडम फाइटर के सम्मान में उनकी प्रतिमाओं की सफाई व्यवस्था में सर्वाधिक 160 अंक, जीरो वेस्ट वार्ड, वोकल फाॅर लाेकल व स्टार्टअप काे बढ़ावा आदि शामिल हैं।
400 स्वच्छता एप के लिए
400 सिटीजन फीडबैक व सीनियर सिटीजन 60 साल से ऊपर के लाेगाें से फीडबैक।
350 अंक डायरेक्ट आब्जर्वेशन, सार्वजनिक व फ्लाईओवर का ब्यूटीफिकेशन, 150 क्लीन एयर, 100 स्लम एरिया में रहने वाले लाेगाें की स्वच्छता व्यवस्था।200 सिटीजन युवाओं का फीडबैक। 15 से 29 साल के युवाओं काे 50 प्रतिशत महत्व। इसके लिए 10 सवाल का पैनल बनाया जाएगा जिसमें से चार रेंडम सवाल पूछे जाएंगे।
200 डिजास्टर एपिडेमिक रिस्पांस प्रिपेयर्डनैस। इसमें काेराेना महामारी के दाैरान निगम की ओर से किए जाने वाले काम शामिल हैं।
150 इनोवेशन एंड बेस्ट प्रेक्टिस के अंक निर्धारित किए गए हैं।
फीडबैक, सिटीजन वॉइस है चुनाैती
पिछले सर्वे में बीकानेर की सबसे कमजोर कड़ी लाेगाें के फीडबैक ना मिलना और सिटीजन वाइस रही। क्याेंकि निगम ने ज्यादा प्रचार-प्रसार नहीं किया सिर्फ कुछ जगह होर्डिंग लगाए थे। इसके अलावा ग्रीन बैल्ट काे अतिक्रमण से मुक्त करना। हालात कमोबेस इस बार भी वैसे ही लग रहे हैं। निगम शौचालय साफ कराने में जुटा है। अब युवाओं काे सोशल मीडिया से जोड़कर लोगों को अपनी राय देने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। बाजार, काॅलेज, स्कूल, भ्रमण पथ जैसे पब्लिक प्लेस पर जाकर लाेगाें काे अपना फीडबैक साइट पर देने के लिए कहा जा रहा है।
आज से हम पब्लिक काे जागरूक करने के लिए काॅलेज, स्कूल, बाजार, पब्लिक प्लेस जाएंगे। साेशल मीडिया के जरिए युवाओं काे एकजुट कर फीडबैक दिलाने की काेशिश करेंगे। लाेगाें से आग्रह है कि अपने शहर की स्थिति सुधारने के लिए इस अभियान में हिस्सा लें। सर्वे में भाग लेने के लिए एैप डाउन लाेड करना हाेगा। उसमें कुछ जानकारियां देने के लिए साथ क्यूआर काेड के मार्फत फीड बैक दे सकते हैं। – सुशीला कंवर राजपुराेहित, मेयर