
बीकानेर/ lशब्दरंग एवं साझी विरासत के तत्वावधान में शिक्षाविद – संस्कृतिकर्मी विद्यासागर आचार्य का शनिवार को कलकतिया भवन में नागरिक अभिनंदन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार कवि-कथाकार राजेन्द्र जोशी ने की। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि व्यंगकार-सम्पादक डॉ. अजय जोशी थे तथा विशिष्ट अतिथि साहित्यकार राजाराम स्वर्णकार रहे।
अध्यक्षीय उद्बोधन में राजेन्द्र जोशी ने कहा कि संस्कृतिकर्मी विद्यासागर आचार्य ने शिक्षा, राजस्थानी साहित्य एवं साक्षरता के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया है। जोशी ने कहा कि अकादमी सचिव और सम्पूर्ण साक्षरता में मुख्य संदर्भ व्यक्ति के रूप में शानदार कार्य कर प्रदेश और जिले का नाम रोशन किया है।
उन्होंने कहा कि जिन्होंने अपने जीवन को शिक्षा, संस्कृति और समाज की सेवा में समर्पित किया ऐसे विद्यासागर आचार्य जी का नाम समाज में एक प्रतिष्ठित और आदर्श व्यक्ति के रूप में जाना जाता है। जोशी ने कहा कि हमें उनकी शिक्षा, संस्कृति और समाज के प्रति समर्पण से प्रेरणा लेनी चाहिए और उनके पदचिन्हों पर चलने का प्रयास करना चाहिए।
डाॅ. अजय जोशी ने कहा कि
विद्यासागर आचार्य का जीवन एक प्रेरणा है। उन्होंने अपने जीवन को शिक्षा के क्षेत्र में समर्पित किया और कई छात्रों को शिक्षित किया। उनकी शिक्षा की गहराई और उनकी शिक्षण पद्धति ने अनेक छात्रों को प्रभावित किया है।
राजाराम स्वर्णकार ने कहा कि
विद्यासागर आचार्य का सांस्कृतिक योगदान भी अतुलनीय है। उन्होंने अपने जीवन में कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया और कई कलाकारों को प्रोत्साहित किया। उनकी सांस्कृतिक गतिविधियों ने हमारी संस्कृति को समृद्ध बनाया है।
संस्कृतिकर्मी प्रेम नारायण व्यास ने
विद्यासागर आचार्य के व्यक्तित्व और कृतित्व पर पत्र वाचन किया।
वरिष्ठ शायर डाॅ. नासिर जैदी ने संचालन करते हुए कहा कि उनका योगदान हमारे समाज के लिए अतुलनीय है। हमें उनकी शिक्षा, संस्कृति और समाज के प्रति समर्पण से प्रेरणा लेनी चाहिए।
अतिथियों ने अभिनंदन समारोह के दौरान आचार्य जी को शाल, श्रीफल और अभिनंदन पत्र भेंट कर अभिनंदन किया। कार्यक्रम में अनेक लोगो ने आचार्य जी को माल्यार्पण कर स्वागत किया । अंत में विष्णु शर्मा ने आभार प्रकट किया।