बीकानेर। गंगाशहर के तत्कालीन सीआइ राणीदान उज्ज्वल के एसीबी का वॉयर रिकॉर्डर लेकर भागने का मामला महकमे में तूल पकड़ता जा रहा है। घटना के ५३ घंटे बाद भी सीआइ उज्जवल उच्चाधिकारियों के सामने पेश नहीं हुए हैं। पुलिस अधिकारियों ने उन्हें पेश होने की हिदायत दी है लेकिन उनका कोई सुराग हाथ नहीं लग रहा है। सीआइ की इस करतूत से जिले एवं पुलिस मुख्यालय के उच्चाधिकारी सख्त नाराज है। सीआइ राणीदान के खिलाफ गंगाशहर थाने में दर्ज मामले की जांच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर (आईपीएस) अमित कुमार बुढ़ानिया ने शुरू कर दी है।
विभागीय जांच के लिए मुख्यालय को लिखेंगे पत्र
बीकानेर रेंज पुलिस महानिरीक्षक प्रफुल्ल कुमार ने बताया कि गंगाशहर थाने के तत्कालीन सीआइ राणीदान उज्ज्वल की करतूत पुलिस महकमे के लिए शर्मनाक है। सीआइ के खिलाफ पूर्व के मामलों का अध्ययन कर विभागीय कार्रवाई के लिए मुख्यालय को पत्र प्रेषित कर रहे हैं। बज्जू थाने में जिप्सम माफिया से सांगगांठ के चलते निलंबन हुआ।
मामलों की फाइलें खुलेंगी दुबारा
पुलिस सूत्रों के मुताबिक पिछले डेढ़-दो साल में सीआइ राणीदान ने जिन मामलों में तफ्तीश की और जिनकी शिकायतें हुई है, उनको दुबारा से खोलने पर उच्चाधिकारी विचार कर रहे हैं। इनमें हथियार से जड़ा मामला हो या एनडीपीएस एवं जमीन संबंधी। इनके अलावा रीट मामले की जांच पूरी तरह से शक के घेरे में आ गई है।
अभ्यर्थियों से जो चेक मिले, उनका क्या हुआ
रीट प्रकरण में पुलिस ने आरोपियों के पास से अभ्यर्थियों के खाली चेक बरामद किए थे। उन चेकों का पुलिस ने क्या किया। चेक के संबंध में पुलिस ने कितनों को आरोपी माना या नहीं इस बात को लेकर अब अंदरुनी मंथन होने लगा है।
एसीबी से रिपोर्ट मिलने पर करेंगे आगामी कार्रवाई
पुलिस अधीक्षक योगेश यादव ने बताया कि एसीबी जयपुर ने सीआइ राणीदान एवं एएसआइ जगदीश के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है। एसीबी से रिपोर्ट मिलने के बाद एएसआई के खिलाफ आगामी कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल गंगाशहर थाने में दर्ज मामले को लेकर एएसपी सिटी ने जांच शुरू कर दी है। एएसपी सिटी अमित बुढ़ानिया ने थाने का दौरा किया है। कर्मचारियों से बातचीत की है।
यह है मामला
राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा (रीट.2021) नकल प्रकरण में दिल्ली निवासी सुरेन्द्र धारीवाल को गिरफ्तार किया गया था। वह हाल ही में जमानत पर छूटा था। जमानत पर छूटने के बाद उसने एसीबी में गंगाशहर सीआइ राणीदान उज्ज्वल के खिलाफ रीट मामले में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। शिकायत की पुष्टि के बाद सीआई को रंगेहाथ दबोचने के लिए जब एसीबी की टीम थाने पहुंची, तो परिवादी पर शक होने के चलते राणीदान ने थाने के पुलिसकर्मियों से तलाशी करवा कर वायस रिकॉर्डर और दूसरे उपकरण कब्जे में कर लिए और एसीबी टीम के साथ धक्का-मुक्की करते हुए फरार हो गया। थाने के सीसीटीवी कैमरे और दूसरे स्रोतों से सीआई की हरकत की पुष्टि होने के बाद उसे निलंबित किया जा चुका है। तथ्य यह है कि सीआई राणीदान अब भी फरार ही है। माना जा रहा है कि पूरे मामले में हुई फजीहत को देखते हुए अब एसीबी राणीदान के बैंक अकाउंट समेत दूसरी चल-अचल संपत्तियों को भी खंगालने का जतन करते हुए उस पर शिकंजा कसने की कोशिश करेगी।