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बीकानेर,दीपावली पर सजावटी झालरों और सामानों का बाजार सज गया है। घरों को आकर्षक रूप देने के लिए तोरण और वंदनवार भी अलग-अलग डिजाइन में उपलब्ध हैं। बाजार में इस बार उत्सवी माहौल है। खास बात यह है कि इस बार दिवाली बाजार पर चीन की बादशाहत कमजोर पड़ने लगी है।शहर के बाजारों में भारत में ही बने झूमर और आकर्षक झालरों का बड़ी संख्या में निर्माण और उसी बिक्री की जा रही है।
मुख्य रूप से झालरों में हैंड मेड पिक्सल बोर्ड, पिक्सल झरना, पिक्सल पंखी, एलईडी, रिंग, पिक्सल पट्टा, स्टिप रिंग आदि की मांग है। इसमें दो रंगों से लेकर बहुरंगी स्वदेशी झालरों को लोग पसंद कर रहे हैं। चाइनीज सामानों को लेकर ग्राहकों में अब धारणा बदली है। पहले ग्राहक जहां सस्ते चीनी सामानों को पसंद करते थे, अब टिकाऊ सामान पर ज्यादा ध्यान जा रहा है।

स्वदेशी उत्पाद ज्यादातर कॉपर युक्त है।
म्यूजिकल झूमर है खास, ब्लूटूथ से कर सकते हैं कनेक्ट
मामू-भांजे बाजार के दुकानदार अंकित कुमार के अनुसार दीपावली पर घर को आकर्षक लुक देने के लिए बाजार में एलईडी झूमर, इटालियन, क्रिस्टल झूमर से लेकर म्यूजिकल झूमर की पूरी रेंज में उपलब्ध है। एंटीक फिनिश झूमर भी है। यह 400 से 10 हजार रुपये की रेंज में उपलब्ध हैं। इटालियन क्रिस्टल झूमर 5000 से 20,000 रुपये, म्यूजिकल झूमर2500 से 7000 रुपये में मिल रहा है।
सिंगल हैंगिंग लाइट 600 रुपये, ट्रिपल हैंगिंग लाइट 3,000 और फोर हैंगिंग लाइट की रेंज 3,500 रुपये से शुरू है। वॉल लाइट 350 से 2,500 रुपये की कीमत में उपलब्ध हैं। म्यूजिकल झूमर को एमपी-3 के साथ मोबाइल के ब्लूटूथ से कनेक्ट करके पसंदीदा गाना सुन सकते हैं। झूमर में अलग-अलग रंगों का मिश्रण ग्राहकों को काफी आकर्षित कर रहा है। इसमें पीला, नीला, लाल, गुलाबी रंगों की लाइट दी गयी है।

कैंडल और डिजाइनर दीये की मांग
ऊपरकोट के सब्जी मंडी बाजार के दुकानदार सरदार कंवलजीत सिंह चीनू ने बताया कि इस बार फैंसी कैंडल से लेकर डिजाइनर दीये सबको लुभा रहे हैं। लैंडर्न कैंडल, स्मोकलेस कैंडल, कैंडल मैजिक किट, फ्लोटिंग कैंडल, ट्रे कैंडल, लालटेन खास है। पानी में जलने वाली लाइट भी है। स्मोकलेस कैंडल्स पानी में जलेगा अंगुलियों के पास भी जैसे कैंडल लायेंगे वह जल उठेगा। घर में किसी छोटे सामान में पानी डाल कर रखने पर यह काफी आकर्षक लगता है।

सबका मन मोह रहे बंदनवार इस बार बाजार में यूं तो तमाम तरह के बंदनवार मौजूद हैं, लेकिन वुडन की बंधनवार ग्राहकों के बीच विशेष आकर्षण का केंद्र बनी है। ग्राहक वुडन की बनी बंदनवार को अपने घर के मुख्य द्वार को सजाने के लिए खरीद रहे हैं। इसकी कीमत 200 रुपये से लेकर दो हजार रुपये तक है। इस बंधनवार में मोतियों का इस्तेमाल करके अच्छे और सुंदर डिजाइन तैयार किए गए हैं। वुडन के अलावा मेटल की बंधनवार भी बाजार में है। मेटल के डिजाइन भी ग्राहकों को खूब पसंद आ रहे हैं।

गुजरात से आए है रंगोली के रंग
घर के मुख्य द्वार और आंगन को रंगोली से सजाने के लिए बाजार में रंगोली की ढेर सारी रेंज उपलब्ध हैं। रंगोली के रंगों में सबसे ज्यादा गुजरात की रंगोली पंसद की जा रही है। गुजरात की रंगोली बाजार में 10 रुपये से लेकर 100 रुपये तक के पैक में मिल रही है। सात रंग से ज्यादा रंगों में रंगोली के रंग बाजार में मौजूद हैं। इसमें कुछ कलर तो रात के अंधेरे में चमकते हुए भी दिखाई देंगे। आकर्षक डिजाइनों में आए हर साइज के कंदील भी लोगों को काफी भा रहे हैं। इनकी कीमत 150 से लेकर 500 तक है।

सबको भा रहीं हैं टेराकोटा की मूर्तियां
दीपावली पर सबसे अधिक महत्व लक्ष्मी-गणेश की पूजा का है। इसलिए मूर्तियों की खरीदारी सबसे अहम है। बाजार में टेराकोटा वाली तीन से चार इंच की गणेश-लक्ष्मी की मूर्ति सबसे कम दाम 50 रुपये में बिक रही हैं। वहीं, कोलकाता से मंगाई मूर्तियां सबसे महंगी है। रेशमी कपड़े, कुंदन और नग वाले गहनों से सजी यह मूर्तियां छह इंच से लेकर एक फीट तक की हैं। लखनऊ से मंगाई गई मूर्तियां भी काफी आकर्षक हैं। इनकी कीमत दो सौ से लेकर 1500 रुपये तक है। मूर्ति विक्रेता विक्रांत का कहना है कि अलग-अलग मूर्तियों और आकार के अनुरूप कीमत है। अधिकांश मूर्ति स्वदेशी हैं।

असली जैसे लग रहे रंग-बिरंगे कृत्रिम फूल
घरेलू साज-सज्जा के लिए बाजार में तरह-तरह के कृत्रिम फूल आए हुए हैं। जो विभिन्न रंगों में और कई प्रकार की डिजाइन में उपलब्ध हैं। कई फूल को असली को भी मात दे रहे हैं। इनमें गुलाब से लेकर विदेशी फूलों तक के गुच्छे हैं। इनकी कीमत 40 रुपये से लेकर 800 रुपये तक है।

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