बीकानेर,दंगल फिल्म में “बापू सेहत के लिए तूं तो हानिकारक है” गीत गाने वाले सरवर और सरताज खान ने बीकानेर में आयोजित चिल्ड्रन लिटरेचर फेस्टिवल के समापन समारोह में रंग जमा दिया। फेस्टिवल में बीकानेर के पंद्रह सरकारी व प्राइवेट स्कूल्स के ढाई सौ से ज्यादा स्टूडेंट्स ने हिस्सा लिया। इस दौरान कहानी, कविता, थियेटर, एंकरिंग और पेंटिंग की क्लासेज में बच्चों ने बहुत कुछ सीखा।
समापन समारोह में जिला कलक्टर नमित मेहता ने सरवर खान व सरताज खान को सीएलएफ अवार्ड दिया। अवार्ड के तहत विंग्स स्कूल की ओर से ग्यारह हजार रुपए का पुरस्कार और ट्रॉफी दोनों को दी गई। इस दौरान साहित्यकार मधु आचार्य “आशावादी”, विंग्स एकेडमी के नरोत्तम स्वामी, रमेश इंग्लिश स्कूल के आनन्द हर्ष व प्रिंसिपल सेणुका हर्ष ने अवार्ड व स्मृति चिन्ह दिया।
कार्यक्रम के अंत में सरवर व सरताज खान ने “बापू सेहत के लिए तूं तो हानिकारक है”, “म्हने लुक छुप जाओ जी, म्हने तीज कराओ जी…”, सहित कई राजस्थानी व बॉलीवुड गीत गाए तो बच्चें झूम उठे। दो दिन तक साहित्य और शब्दों में रमे बच्चों ने सरवर व सरताज के गीतों पर जमकर मस्ती की। दोनों कलाकारों ने बच्चों के बीच में पहुंचकर गीत के साथ राजस्थानी डांस भी किया। दो दिन तक थियेटर की बारीकियां सीखने वाले स्टूडेंट्स ने समापन समारोह में इसकी प्रस्तुति भी दी। विपिन पुरोहित के निर्देशन में मंचित नाटक में बच्चों को पेड़ों का महत्व बताया गया। इससे पहले सुबह के सत्र में साहित्यकार अनिरुद्ध उमट ने बच्चों के साथ खुला संवाद किया। बच्चों को साहित्य और कहानी के बारे में बताते हुए उमट ने किताबों से जुड़ने की अपील की। फेस्टिवल के दूसरे दिन भी सीमा शर्मा, ऋतु शर्मा, जाकिर अदीब, मोना सरदार डूडी, एमजे सांचिहर, आशीष पुरोहित ने भी कहानी और कविता लेखन से जुड़ी जानकारी दी।
इस फेस्टिवल में बीकानेर के बाफना स्कूल, विंग्स एकेडमी, बीएसएफ स्कूल, जैन पब्लिक स्कूल, ल्याल पब्लिक स्कूल, नालन्दा पब्लिक स्कूल, आरएसवी सहित अनेक स्कूल्स के स्टूडेंट्स ने हिस्सा लिया।