हनुमानगढ़ (नोहर)। जिले के नोहर इलाके के गांव मंदरपुरा में पानी की डिग्गी में डूबने से शनिवार को दो बच्चों की मौत हो गई। दोनों बच्चे आपस में चचेरे भाई हैं तथा सुबह स्कूल के लिए निकले थे। दोपहर बाद तक घर नहीं लौटने पर परिजनों को चिंता हुई तो उन्होंने तलाश शुरू की। स्कूल में पता किया तो वहां छुट्टी हो जाने की जानकारी मिली। इसके बाद बच्चों के दोस्तों और आसपास के लोगों के यहां भी तलाशा लेकिन बच्चे नहीं मिले। इसी बीच किसी ने गांव की डिग्गी के पास एक साइकिल और बच्चों की चप्पल पड़े होने की सूचना दी। परिजनों ने जाकर देखा तो ये उन्हीं के बच्चों के थे। डिग्गी में तलाशा तो शाम को बच्चों के शव मिले। खुइयां पुलिस ने दोनों बच्चों के शव डिग्गी से निकलवाए।
एक ही साइकिल पर रवाना हुए थे बच्चे
गांव मंदरपुरा के रोशनलाल दमामी का पुत्र जावेद (11 ) और उसके भाई अली मोहम्मद का पुत्र बबलू उर्फ अकरम (10 ) शनिवार सुबह एक ही साइकिल पर स्कूल के लिए रवाना हुए थे। वे दोपहर तक घर नहीं लौटे तो परिवारजनों को चिंता हुई। उन्होंने उनकी तलाश शुरू की। स्कूल और अन्य जगह तलाशा लेकिन वे नहीं मिले। इसी दौरान किसी ने गांव की पानी की डिग्गी के पास एक साइकिल और चप्पल पड़ी होने की सूचना दी। इस पर परिजनों ने देखा तो यह साइकिल जावेद और बबलू की ही थी। इस पर खुइयां पुलिस को सूचना दी गई। खुइयां पुलिस ने मौके पर पहुंचकर गोताखोर डिग्गी में उतारे। कुछ ही देर में गोताखोरों को डिग्गी में दो बच्चों के शव मिले। इस पर इन्हें बाहर निकलवा लिया गया।
नहाने के लिए डिग्गी में उतरने की आशंका
जावेद और बबलू के नहाने के लिए डिग्गी में उतरने की आशंका जताई जा रही है। ग्रामीणों ने बताया कि संभवत: दोनों बच्चे स्कूल से लौटने के बाद रास्ते में सार्वजनिक डिग्गी में नहाने के लिए उतरे। बच्चों को डिग्गी कि गहराई का अंदाजा नहीं था। इस कारण पानी में डूबने से उनकी मौत हो गई। सार्वजनिक डिग्गी के चारो तरफ तारबंदी कि हुई है। डिग्गी के आगे गेट लगाकर उस पर ताला भी लगाया हुआ है। ग्रामीणों ने आशंका जताई कि संभवत: बच्चे गेट के ऊपर से निकलकर डिग्गी में नहाने उतर गए। डिग्गी का निर्माण हाल ही में करवाया गया है। इसमें पहली बार पानी भरा गया है।
पिता की इकलौती संतान था बबलू
हादसे में मारा गया बबलू उर्फ अकरम माता-पिता कि इकलोती संतान था। दोनों के पिता मेहनत-मजदूरी करते हैं। पुलिस दोनों बच्चों के शव नोहर के सरकारी अस्पताल लाई। पोस्टमार्टम के बाद इन्हें परिजनों को सौंप दिया गया। मृतक चचेरे भाई है। गांव के एक ही परिवार में दो बच्चों की मौत के बाद सन्नाटा पसरा हुआ है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। मृतक बच्चों के माता-पिता को सांत्वना देने के लिए लोग लगातार उनके घर पहुंच रहे हैं।