बीकानेर,पीएम मोदी ने देश के नाम संबोधन में शनिवार रात तीन बड़े ऐलान किए। इसके तहत 15 साल से 18 साल के बच्चों को 3 जनवरी (सोमवार) 2022 से कोरोना का टीका लगाया जाएगा। पीएम मोदी ने इसके साथ ही हेल्थ वर्कर्स और फ्रंट लाइन वर्कर्स के लिए बूस्टर डोज की घोषणा कर दी है।
पीएम मोदी ने कहा कि 60 साल से अधिक उम्र के उन लोगों को भी बूस्टर डोज दिया जाएगा जो दूसरी गंभीर बीमारियों से पीड़ित हैं।
15-18 साल तक के बच्चों को टीका
पीएम मोदी ने बच्चों के टीकाकरण का ऐलान करते हुए कहा कि यह देश की लड़ाई को तो मजबूत करेगा ही स्कूल कॉलेज में जा रहे हमारे बच्चों और उनके माता-पिता की चिंता दूर करेगा। पीएम मोदी ने कहा, ”15 साल से 18 साल की आयु के बीच के जो बच्चे हैं, अब उनके लिए देश में वैक्सीनेशन प्रारंभ होगा। 2022 में, 3 जनवरी को, सोमवार के दिन से इसकी शुरुआत की जाएगी।”
हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स को 10 जनवरी से बूस्टर डोज
हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स के लिए बूस्टर डोज का ऐलान करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ”हम सबका अनुभव है कि जो कॉरोना वॉरियर्स हैं, हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स हैं, इस लड़ाई में देश को सुरक्षित रखने में उनका बहुत बड़ा योगदान है। वो आज भी कोरोना के मरीजों की सेवा में अपना बहुत समय बिताते हैं। इसलिए एहतियात के तौर पर सरकार ने निर्णय लिया है कि हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन की Precaution Dose (बूस्टर डोज) भी प्रारंभ की जाएगी। इसकी शुरुआत 2022 में, 10 जनवरी, सोमवार के दिन से की जाएगी।
कॉ-मॉरबिडिटी वाले बुजुर्गों को भी 10 जनवरी से बूस्टर डोज
पीएम मोदी ने कहा दूसरी बीमारियों से ग्रसित बुजुर्गों के लिए भी बूस्टर डोज की घोषणा की है। पीएम मोदी ने कहा, ”60 वर्ष से ऊपर की आयु के कॉ-मॉरबिडिटी वाले नागरिकों को, उनके डॉक्टर की सलाह पर वैक्सीन की Precaution Dose का विकल्प उनके लिए भी उपलब्ध होगा। यह भी 10 जनवरी से उपलब्ध होगा।”
पैनिक ना करें सावधानी बरतें: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने ओमिक्रॉन से घबराने की बजाय सावधानी बरतने की अपील की। उन्होंने कहा, ”भारत में भी कई लोगों के ओमीक्रॉन से संक्रमित होने का पता चला है। मैं आप सभी से आग्रह करूंगा कि पैनिक नहीं करें सावधान और सतर्क रहें। मास्क और हाथों को थोड़ी-थोड़ी देर पर धुलना, इन बातों को याद रखें।”
पीएम ने बताया, तीसरी लहर से निपटने की क्या तैयारी
पीएम ने कहा कि आज आज जब वायरस म्यूटेशन कर रहा है तो हमारा विश्वास भी बढ़ रहा है। आज देश के बास 18 लाख आइसोलेशन बेड है। 5 लाख ऑक्सीजन बेड हैं। 5 लाख आईसीयू बेड हैं। आईसीयू और नॉन आईसीयू बेड विशेष तौर पर बच्चों के लिए हैं। आज देश में 3 हजार से ज्यादा ऑक्सीजन प्लांट काम कर रहे हैं। 4 लाख ऑक्सीजन सिलेंडर देश को दिए गए हैं। राज्यों को जरूरी दवाओं की बफर स्टॉक तैयार करने में मदद की जा रही है