बीकानेर मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना मे प्रति परिवार स्वास्थ्य बीमा कवर 5 लाख से बढ़ाकर 10 लाख रूपए हो गया है लेकिन ज़रा सी लापरवाही कई परिवारों को इसके लाभ से वंचित कर सकती है। निः शुल्क श्रेणी के अलावा अन्य सभी परिवार जिनकी बीमा अवधि 30 अप्रेल को समाप्त हो रही है उन्हे 1 मई से पहले अपनी स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी को रिन्यू करवाने के लिए पुनः रजिस्ट्रेशन कराना होगा अन्यथा 1 मई से योजना का लाभ मिलना बंद हो जाएगा। जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने आमजन से अपील की है कि जो परिवार अब तक योजना से नहीं जुड़े हैं उनके लिए भी अच्छा होगा कि वे इसी सप्ताह अपना पञ्जीकरण करवा लेवें।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ बी.एल. मीना ने बताया कि चिरंजीवी योजना के अन्तर्गत राज्य के राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम में पंजीकृत परिवार (एनएफएसए) एवं सामाजिक, आर्थिक एवं जाति आधारित जनगणना-2011 मे ंचयनित परिवार (एसईसीसी) योजना में स्वतः जुड़े हुए हैं इन्हें पंजीकरण की आवश्यकता नहीं है। इसके अतिरिक्त राज्य में सभी सरकारी कार्यालयों में कार्यरत संविदा कार्मिक, लघु एवं सीमान्त कृषक व कोविड-19 महामारी में अनुदान प्राप्त परिवार निःशुल्क पंजीकरण करवाकर इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। राजस्थान के अन्य समस्त परिवार प्रीमियम राशि 1700 रूपए का 50 प्रतिशत यानिकी 850-/रू. प्रति परिवार प्रतिवर्ष के मामूली प्रीमियम पर योजना से जुड़ सकते हैं। इसलिए जिनकी योजना में बीमा अवधि 30 अप्रेल को समाप्त हो रही है वे सभी 1 मई से पहले 850 रूपये प्रीमियम जमा करवाकर अगले एक साल के लिये योजना में अपने परिवार का पंजीकरण करवा सकते हैं। रजिस्ट्रेशन नजदीकी ई-मित्र से अथवा स्वयं अपनी एसएसओ आईडी से करवा सकते हैं। लाभार्थी के पास जनआधार कार्ड या जनआधार नम्बर या जनआधार पंजीयन रसीद नम्बर होना आवश्यक है। चिंरजीवी योजना में 23 विशेषज्ञताओं के 1633 पैकेजेज शामिल है।
*मई में पंजीकरण करवाया तो बीमा कवर मिलेगा अगस्त से*
जिला आई.ई.सी. समन्वयक मालकोश आचार्य ने बताया कि योजना के अंतर्गत 30 अप्रेल के बाद रजिस्ट्रेशन करवाने वाले परिवारों को योजना का लाभ तीन महीने बाद यानिकी अगस्त माह से मिल पायेगा। चाहे कोई परिवार 1 मई को पंजीकरण करवाए या 30 जुलाई को करवाए निःशुल्क बीमा कवर का लाभ फिर 1 अगस्त से ही देय होगा। जिले में अब तक 45 हजार से अधिक परिवार 850 रूपए देकर सशुल्क श्रेणी में पंजीकृत हैं।
*अब तक 70 हजार से आधिक लाभार्थियों को 57 करोड़ रूपए से अधिक का लाभ*
जिले में योजना के डीपीसी ईशान पुष्करणा ने बताया कि जिले में सूचीबद्ध 26 सरकारी व 8 निजी अस्पतालों में अब तक 70 हजार से आधिक लोगों को 57 करोड़ रूपये से अधिक राशि का निःशुल्क उपचार प्रदान किया गया है।