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बीकानेर,राजस्थान विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष, पूर्व कैबिनेट मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता राजेंद्र सिंह राठौड़ ने गुरुवार को शहर भाजपा द्वारा होटल लक्ष्मी रेजीडेंसी, रानी बाजार में आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित किया।

अपने संबोधन में राठौड़ ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भारतीय जनता पार्टी से उनके सरदार के बारे में पूछने की बजाए प्रतियोगी परीक्षाओं में लाखों युवा बेरोजगार प्रतिभावान छात्रों के भविष्य से किए गए खिलवाड़ और रीट परीक्षा घोटाले से जुड़े सभी किरदारों के बारे में जानकारी देने की मांग की। उन्होंने कहा कि रीट परीक्षा घोटाले के तार सीधे-सीधे सरकार से जुड़े बड़े रसूखदार लोगों और राजीव गांधी स्टडी सर्किल से जुड़े हैं इसलिए भाजपा द्वारा इस पूरे कांड की निष्पक्ष जांच एसओजी की बजाय सीबीआई से करवाने की मांग उठाई गई है।

राठौड़ ने चुटकी लेते हुए कहा कि पहली बार इस गहलोत सरकार ने एक ऐसे ईमानदार चोर को पकड़ा है जिसने जयपुर के स्ट्रांग रूम में रखे रीट लेवल-दो के पेपर को तो चुरा लिया लेकिन पूरी ईमानदारी दिखाते हुए रीट लेवल-एक के पेपर को हाथ भी नहीं लगाया। उन्होंने आरोप लगाया कि स्ट्रांग रूम में दो चाबियों के सही मिलान से ही उसका ताला खुल सकता था । चाबी रखने वाले एक किरदार पाराशर को तो गिरफ्तार कर लिया गया परंतु दूसरे किरदार रविन्द्र सिंह पर अभी तक कोई कार्यवाही क्यों नहीं की गई है। पूरे घोटाले में राजनीतिक संरक्षण की बात रखने वाले बर्खास्त बोर्ड अध्यक्ष डीपी जारोली भी अब गायब हैं।

उन्होंने कहा कि रीट परीक्षा की दाल पूरी तरह से काली है और घोटाले में कांग्रेस सरकार के मंत्रियों और कोचिंग सेंटर माफियाओं की भूमिका पूरी तरह से स्पष्ट है। एसओजी ने पूर्व में जांच कुछ हद तक सही राह पर की परंतु सरकार से जुड़े बड़े मंत्रियों का नाम आते ही अब इस मामले की निष्पक्ष जांच संदेहास्पद है। उन्होंने कहा कि जब अशोक गहलोत ने पूर्व में भी चार मामले सीबीआई जांच के लिए दिए हैं तो इस मामले को सीबीआई को क्यों नहीं सौंपा जा रहा।

राठौड़ ने कहा कि लाखों परीक्षार्थियों के भविष्य से जुड़ी रीट परीक्षा का रद्द होना सरकार के माथे पर कलंक है और यह सरकार की कमजोरी को दर्शाता है। पेपर को रद्द किया जाना मेधावी छात्रों की प्रतिभा का अपमान है। उन्होंने कतिपय बड़े कोचिंग संस्थानों और उनके संचालकों के नाम गिनाते हुए कहा कि यह संस्थान मोटी फीस वसूल कर परीक्षाओं में सफलता के लिए निश्चित प्रश्न बैंक के साथ गारंटीड बैच लगा रहे हैं जो उनकी विश्वसनीयता पर सीधे सवाल खड़े करता है।

किसानों के सम्पूर्ण कर्ज माफ़ी विषय पर बोलते हुए राठौड़ ने कहा कि कर्जा माफी की बजाय सरकार द्वारा उल्टे किसानों की जमीन नीलाम करने के नोटिस दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस द्वारा पिछले चुनावों में झूठ, धोखा और वादाखिलाफी करते हुए किसानों को कर्जमाफी के बजाय कर्जदार बनाया जा रहा है । उन्होंने कहा कि 135000 किसानों के खाते एनपीए हो गए, 9000 किसानों की जमीन को नीलाम कर दिया गया। भोले किसानों को जमीन कुर्क करने के नोटिस भेजे जा रहे हैं जबकि चुनाव के समय संपूर्ण कर्ज माफी का वादा किया गया था।

पिछले तीन बजट में राज्य सरकार के खाते में एक भी गिनाने लायक उल्लेखनीय उपलब्धि नहीं होने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि सरकार का आगामी चौथा और पांचवा बजट भी चुनावी रंग में बिना किसी वित्तीय प्रबंधन से पेश किया जाएगा।

राजनीतिक नियुक्तियों की रेवड़ियाँ बांटने की बात कहते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत ने पूर्व में बिना किसी वित्तीय प्रबंधन और बिना कार्यालय के सलाहकार नियुक्त करने के साथ साथ अब राजनीतिक नियुक्तियों में भी यही हाल किया है। सरकार द्वारा अभी इन नवनियुक्त बोर्ड-आयोग के अध्यक्षों और चेयरमैन को मंत्री पद का दर्जा भी नहीं दिया गया है लेकिन इन स्वघोषित मंत्रियों ने अभी से सरकारी कार्यालयों और सर्किट हाउस में कब्जा जमा लिया है। हाल ही नवगठित राजस्थान स्टेट एग्रो इंडस्ट्रीज डवलपमेंट बोर्ड में नियुक्ति सहित बीकानेर में राज्य सरकार के तीन मंत्री और चार बोर्ड अध्यक्षों की नियुक्ति के सवाल पर उन्होंने कहा कि इन नेताओं को केवल राजनीतिक झुनझुना पकड़ाते हुए इनके लिए किसी भी प्रकार का बजटीय प्रबंधन नहीं किया गया है परंतु फिर भी हम उम्मीद करेंगे कि ये सात लोग निश्चित रूप से बीकानेर की भलाई के लिए कार्य करेंगे ।

उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने पूर्व में भी सशक्त विपक्ष की भूमिका निभाते हुए राज्य सरकार के खिलाफ बड़े विरोध प्रदर्शन और हल्ला बोल कार्यक्रम किए हैं और अब भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्त्ता सड़क से लेकर विधानसभा तक कांग्रेस सरकार की ईंट से ईंट बजाने का कार्य करते हुए इन्हें बाहर का रास्ता दिखाने का कार्य करेंगे।

जयपुर में मंगलवार को भाजपा के प्रदर्शन के दौरान पुलिस द्वारा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया को जबरन धक्का देकर घायल करने और कार्यकर्ताओं पर कार्यवाही की कड़ी निंदा करते हुए उन्होंने कहा कि जनता के हित में संघर्ष कर रहे भाजपा के कार्यकर्ता सरकार की वाटर कैनन और लाठी से डरने वाले नहीं हैं और जनता के हितों के लिए भाजपा का संघर्ष जारी रहेगा।

पत्रकार वार्ता के दौरान भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य और पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ. सत्यप्रकाश आचार्य, जिला महामंत्री मोहन सुराणा, जिला उपाध्यक्ष अशोक प्रजापत, भगवान सिंह मेड़तिया, पूर्व न्यास अध्यक्ष महावीर रांका, जिला मंत्री और मीडिया प्रभारी मनीष आचार्य, जिला मंत्री कौशल शर्मा, युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष वेद व्यास, किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष श्यामसुंदर चौधरी, जसराज सिंवर, रानी बाजार मंडल अध्यक्ष नरसिंह सेवग, सुभाष मित्तल, पार्षद जितेन्द्र सिंह भाटी, डॉ. सिद्धार्थ असवाल, धर्मेंद्र सिंह सोलंकी, पुखराज स्वामी इत्यादि उपस्थित रहे।

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