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बीकानेर,शहर के करीब एक लाख 30 हजार घराें में से राेज सिर्फ 65 हजार घराें काे 29 अप्रैल से पानी मिलेगा। करीब इतने ही मकान बिना पानी के रहेंगे क्योंकि 26 अप्रैल से पूरी तरह नहरबंदी शुरू हाेगी। इसलिए 29 से एक दिन छाेड़कर जलापूर्ति करने का शिड्यूल तैयार किया जा रहा है। दरअसल अभी आंशिक नहरबंदी चल रही है। इसमें रोज खर्च होने वाला पानी नहर से मिल रहा है। 26 अप्रैल से पूरी तरह नहरबंदी हाेगी। इसमें नहर से भी जलाशयाें काे पानी मिलना बंद हाे जाएगा। उसके बाद लगातार करीब 35 दिन जलाशयाें में जमा पानी से ही प्यास बुझानी हाेगी क्याेंकि 30 दिन नहरबंदी रहेगी और 25 मई काे हरिके बैराज से पानी छूटने के बाद एक सप्ताह पानी काे यहां पहुंचने में लगेगा।

इसलिए करीब 35 से 37 दिन की पूर्ण नहरबंदी रहने के आसार हैं। चूंकि बीकानेर में जलाशय में पानी 17 से 19 दिन के लिए ही है। ऐसे में लगातार 19 दिन के पानी से 37 दिन तक प्यास बुझाने के लिए एक दिन छाेड़कर जलापूर्ति करना मजबूरी हाे गई। इसलिए 29 से पानी की कटाैती का शेड्यूल जारी हाेगा। कटौती का शेड्यूल शोभासर और बीछवाल जलाशय के आधे-आधे एरिया में हाेगी। यानी एक दिन बीछवाल जलाशय से जुड़े करीब 60 हजार मकानाें में से 30 हजार घराें में सप्लाई हाेगी और उसी दिन शोभासर जलाशय के आधे इलाके में सप्लाई हाेगी। अगले दिन इन घराें काे छाेड़ दूसरे वंचित घराें में जलापूर्ति की जाएगी। हालांकि पहले ये कटाैती 26 अप्रैल से ही प्लान थी लेकिन अब 29 से हाेगी।

पूर्व विधानसभा क्षेत्र में ज्यादा रहेगी पेयजल किल्लत29 तक आएगा फ्लाे का पानीनहरबंदी भले ही 26 से शुरू हाे जाएगी लेकिन हरिके बैराज से छूटा पानी पंजाब से बंद हाेने के तीन से चार दिन तक मिलता रहेगा क्याेंकि जाे पानी रास्ते में है उसे अगर ना राेका जाए ताे बीछवाल 30 तक पानी आता रहेगा। फिलहाल बीछवाल का जलस्तर साढ़े छह मीटर के आसपास है। पाैने सात मीटर तक भरने की कवायद है। कई दिनाें से राेज 100 क्यूसेक पानी मिल रहा है। शेड्यूल तैयार हो रहा है

दीपक बंसल, अतिरिक्त मुख्य अभियंता पीएचईडी ने बताया कि 29 अप्रैल से कटाैती की याेजना बन रही है क्याेंकि 18 दिन के पानी में तकरीबन 37 दिन निकालने हैं। अगर कटाैती नहीं हाेगी ताे लगातार पानी सप्लाई करना नामुमकिन है। शेड्यूल तैयार हाे रहा है। संभवतया 29 से कटाैती हाेगी। नहर से पानी अभी पूरा मिल रहा इसलिए जलाशय भर रहे हैं। उम्मीद है एक-दाे दिन मेंं जलाशय पूरा भर जाएगा।

अक्सर एक महीने से ज्यादा की नहरबंदी हाेने पर बीकानेर शहर काे राहत देने के लिए कुछ पानी नहर में जमा किया जाता है ताकि बीच में जब भी जलाशय खाली हाे ताे नहर से पानी लिया जा सके। इस बार शाेभासर जलाशय के लिए गजनेर लिफ्ट में पानी जमा किया जाएगा। पिछले शोभासर के लिए गजनेर और बीछवाल के लिए कंवरसेन लिफ्ट में पानी जमा किया गया था लेकिन इस साल कंवरसेन लिफ्ट में पानी जमा नहीं किया जाएगा क्योंकि उसकी मरम्मत हाेगी। इसलिए बीछवाल को नहरबंदी के बीच पानी नहीं मिलने से आरसीपी कॉलोनी, करणीनगर, गांधी काॅलाेनी, इंदिरा काॅलाेनी, हनुमानहत्था, धाेबीधााेरा, पुरानी गिन्नाणी, रथखाना, रानीबाजार, पवनपुरी, व्यास काॅलाेनी समेत तमाम इलाकाें में ज्यादा किल्लत हाेनी तय है। शोभासर काे पानी बीच में मिलने से पुराने शहर में पानी किल्लत कम हाेगी। यानी राजनीतिक नजरिये से देखें तो बीकानेर पूर्व विधानसभा में इस साल ज्यादा किल्लत होगी जहाँ भाजपा का विधायक है जबकि पश्चिम विधानसभा में कम होगी क्यूंकि काबीना मंत्री कल्ला का विधानसभा क्षेत्र है।

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