बीकानेर,भुट्टो के बास के रहने वाले सिराजूदिन ने 70 साल पुरानी दरागाह को अवैध कब्ज़ा बता न्यायालय से इसे तोड़ने के आदेश ले लिए। दरअसल सिराजूदिन के दादाजी ने 70 साल पहले अपने घर का एक कमरा दरगाह के नाम पर दान किया था, जिस पर पिछले 70 साल से दरगाह बनी हुई है।पैसों के लालच में सिराजूदिन ने न्यायालय में दरगाह की जगह अवैध निर्माण किया हुआ कब्ज़े का कमरा बता न्यायालय से उसे तोड़ने के आदेश ले लिए। 24 अगस्त 2023 को जब नगर निगम की टीम वहाँ पहुंची तो मौका मुआयना करने के बाद सारा तथ्य सामने आया।और नगर निगम टीम ने दरगाह तोड़ने से इंकार कर दिया, करीब 50-70 लोग इकट्ठा हो गए थे, दरगाह तोड़ने का विरोध करने के लिए। इन सबके बाद पैसों के लालच में सिराजूदिन ने प्रतिष्ठित परिवार के डाक्टरों पर झूठे आरोप लगाए, ताकि वो उसे दरगाह के नाम पर बदनामी के डर से पैसे दे दे।
पीड़ित परिवार के डा. मनीष भाटी ने आज पूरे मामले का खुलासा एस.पी. के सामने जाकर किया।डा. मनीष भाटी ने एस.पी. सीनिवेदन किया कि पूरे मामले की निष्पक्ष रूप से जाँच की जाए तथा धार्मिक उन्माद फैलाना चाहते है उन्हें पाबंद किया जाए।