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बीकानेर,जिला पुलिस के कोटगेट थाने में सोमवार अपरान्ह हुई सीआइे सिटी दीपचंद सहारण की अध्यक्षता में सीएलजी सदस्यों की मिटिंग मेंं होली के मौके पर शांति और सौहार्द का माहौल कायम रखने पर मंथन किया गया। इस मौके पर सीओं सिटी ने कहा कि सभी धर्म जाति वर्ग के लोग होली के इस त्यौहार को सौहार्द पूर्ण वातावरण के बीच मनाएं। किसी भी तरह की अशांति नहीं फैलाएं। मिटिंग में कोरोना गाइड लाईन की पालना के संदेश देते हुए सीओ सिटी ने कहा कि कोरोना संक्रमण कम जरूर हुआ है लेकिन थमा नहीं है। इस लिये सजगता से गाइड लाईन की पालना करें और आमजन को प्रेरित करें। उन्होने कहा कि होली के मौके पर किसी भी तरह की अंशाति और अराजकता फैलाने वालों को बख्शा नहीं जायेगा। सीओ सिटी ने कहा कि बीकानेर शहर शाति और सौहार्द का शहर है,ऐसा माहौल हर उत्सव और त्यौहार पर कायम रहना चाहिए है। उन्होने कहा कि सोशल मीडिया पर कुछ फितरती किस्म के तत्व माहौल बिगाडऩे का प्रयास करते हैै,ऐसे तत्वों पर निगरानी रखे और इनके बारे में पुलिस को सूचित करें। करीब एक घंटे तक चली सीएलजी सदस्यों की इस मिटिंग में सीओं सिटी ने शहर के प्रमुख बाजारों में ट्रेफिक में सुधार के लिये लागू की गई नयी व्यवस्था में सुधार के लिये सहयोग का आव्हान किया।
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*बीकानेर में चल रहा फर्जी राशन कार्डो का खेल*
बीकानेर । रसद विभाग के अधिकारियों की नाकामी और डिपों होल्डरों के मिली भगती के कारण बीकानेर जिले में फर्जी राशन कार्डो से गरीबों का राशन उठाया जा रहा है। इस मामले में सामाजिक कार्यकर्ता ओमप्रकाश सुथार की ओर से सूचना अधिकार के तहत जुटाई गई सूचना में चौंकाने वाले खुलासे हुए है। सूचना अधिकार के तहत प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार जिले के श्रीडूंगरगढ़ में दर्जनों परिवारों के दो दो राशन कार्ड मिले हैं। इन परिवारों के राशन कार्डों में बस राशन कार्ड नंबर ही अलग है। इन राशन कार्डों से डिपो होल्डरों द्वारा गरीबों का गेंहू उठाया जा रहा है। रिपोर्ट में बीकानेर के करीब 22 डिपो होल्डरों का फर्जीवाड़ा उजागर हुआ है। इससे पहले कोरोना आपदा काल में बीकानेर में गरीबों के राशन में घोटाले उजागर हो चुके है।
फिलहाल नये रसद घोटाले की आशंका के चलते रसद विभाग के अधिकारी खाजूवाला, कोलायत, पूगल, बीकानेर, नोखा, छतरगढ़, लूणकरनसर व श्रीडूंगरगढ़ तहसीलों में दौरा करेंगे. वे वहां उचित मूल्य दुकानदारों के यहां गेहूं, चीनी,केरोसिन आवंटनऔर वितरण का निरीक्षण करेंगे । अधिकारी इस बात की जांच भी करेंगे कि वितरण वास्तव में हुआ या कागजों में ही दर्शाया गया है । जानकारी में रहे कि इससे पहले साल 2017 में भी पीओएस मशीनों से कथित रूप से गलत आधार कार्ड नंबर लगाकर गरीब के राशन की कालाबाजारी करने की शिकायतों के बाद खाद्य विभाग ने जयपुर मुख्यालय से विभिन्न जिलों के अधिकारियों को जांच के लिए बीकानेर भेजा था। फिलहाल नया घोटाला सामने आने की खबरों के बाद जिला रसद कार्यालय के अधिकारियों और कार्मिकों में हडक़ंप सा मचा हुआ है।

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