
बीकानेर,बीकानेर में नेता, विधायक, महापौर, पार्षद व सत्ता से लेकर सब कुछ बदलता है मगर यहां के हालात नहीं बदलते हैं। स्मार्ट सिटी कहे जाने वाले बीकानेर में आज भी गंदगी का आलम है। मोहल्लों व सड़कों से लेकर पीबीएम अस्पताल तक हर कहीं शर्मिंदा करने वाले हालात हैं। नगर निगम महापौर व आयुक्त आपसी विवादों में ही उलझे हैं। दूसरी ओर पीबीएम के ठेकेदार भी बिना काम के ही दाम कमाने में लगे हैं।
संभाग के सबसे बड़े अस्पताल पीबीएम में जगह जगह टूटी फूटी सड़कें, अधखुले चैंबर व गंदगी चरम पर हैं। कैंसर अस्पताल की ओर जाने वाले रास्ते की हकीकत आपको ठेकेदारों व जिम्मेदारों की हकीकत बताएगा। ऐसे ही हालात वार्ड नंबर 42 में है। यहां गंदगी ने रास्ता ही ब्लॉक कर दिया है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि पार्षद से लेकर जमादार तक सबके आगे गुहार लगा लगाकर थक जाते हैं, मगर झांसों के अलावा कुछ नहीं मिलता।