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बीकानेर। पैदल जातरूओं की सेवा के लिए कई एक सेवा भावी संस्थाऐं इन दिनों सड़क पर उतरकर पैदल जातरूओं की सेवा में समर्पित होती है। हजारों की संख्या में जातरू रामापीर के दरबार में अपनी हाजरी लगाने के निमित पूरे प्रदेश सहित देश के कोने-कोने से पैदल रवाना होते है। इन पैदल जातरूओं की सेवा के लिए सड़क पर टैन्ट लगते है व सेवा भावी संस्थाऐं खाने-पीने का सामान शुद्ध जल, चिकित्सा व एम्बुलेन्स सेवा तक प्रदान करती है। इसी क्रम में जातरूओं की सेवा के लिए श्री बीकानेर ब्राह्मण स्वर्णकार सेवा ट्रस्ट प्रति वर्ष की भाती इस वर्ष सेवा रथ यात्रा निकाल कर पुनः जातरूओं की सेवा का संकल्प लिया। पिछले 38 वर्षो से मुम्बई, अहमदाबाद, बीकानेर के सक्रिय निष्ठावान कार्यकर्त्ता श्री शिवकुमार सोनी के नेतृत्व में बीकानेर पहुंचते है और संकल्प सेवा रथ यात्रा सड़कों पर निकाली जाती है। यह सेवा रथ जेल-वेल से शुरू होकर कोचरों के चौक से होते हुए सोनारों की छोटी गुवाड़, सोनारों की बड़ी गुवाड़ होते हुए तीन खम्भों के चौक पर आकर रूकती है। इस यात्रा में इस वर्ष इस सेवा रथ यात्रा का स्थान-स्थान पर सेवा रथियों पर पुष्प वर्षा की गई व स्थान-स्थान पर ठण्डा पेयजल, शर्बत, लस्सी आदि से स्वागत किया गया। स्थान-स्थान पर रामदेवरा भक्तों ने रामदेवजी की प्रतिमा की पूजा-अर्चना की व आरती उतारी गई। पूरा आभा मण्डल व पूरा शहर रामदेवरा रथ यात्रा के दर्शनार्थ उपड़ पड़ा।

बीकानेर ब्राह्मण स्वर्णकार सेवा ट्रस्ट के ट्रस्टी श्री शिवकुमार सोनी ने जानकारी दी कि कोविड महामारी के चलते यह सेवा दो वर्षों तक रूकी रही और अब एक बार फिर नये जोश व उत्साह के साथ हमारी पूरी टीम पैदल जातरूओं की अगले दस दिन तक सभी प्रकार की सेवा समर्पित की जायेगी। रात्रि विश्राम के साथ-साथ भण्डारा ( प्रसादी), नाश्ता, चाय-कॉफी, शीतल पेय व चिकित्सा सेवा भी उपलब्ध रहेगी। इसी क्रम में एम्बुलेंस सेवा भी उपलब्ध रहेगी। अब यह सेवा रथ फिर चल पड़ा है व सेवा के स्थान पर पहुंच जायेगा। इस आलौकिक आध्यात्मिक महोत्सव को संकलित करते हुए राजस्थान उद्घोष का एक रंगीय विशेषांक का भी लोकार्पण हुआ । लोकार्पण के अवसर पर महिला सशक्तिकरण की पुरोधा श्रीमती पुष्पा सोनी ने कहा कि लोकदेवता रामदेवजी आज के प्रशंगो में भी सभी के लिए सीख व प्रेरणास्रोत है। पाँच सौ साल पहले लोकदेवता रामदेवजी ने अपनी प्रजा को जो सुख-सुविधाएं उपलब्ध करवाई आज की सरकारें इससे सबक लें। श्री शिवकुमार सोनी व अन्य पदाधिकारियों ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि हमें यहाँ आकर जातरूओं की सेवा कर जो शुकुन मिलता है व वास्तव में किसी परचे व वरदान से कुछ कम नहीं है। सेवा करने से हमारें जीवन में आनन्द की लहर दौड़ पड़ती है व कर्मयोग को नई क्षमता मिलती है। जिसका अनुभव हमने किया है। ज्ञात रहे श्री बीकानेर ब्राह्मण स्वर्णकार सेवा ट्रस्ट प्रति वर्ष एक गाँव को गोद लेकर वहाँ स्कूली बच्चों के लिए गणवेश, पौषाके, स्कूल बैग व शिक्षा के काम में आने वाली वस्तुओं का वितरण भी करता है व गाँव में सरपंच से मिलकर गाँव की समस्याओं का समाधान करने में अपनी सारी शक्ति निरूपित करता है। यह सेवा रथ अब अगले दस दिनों तक सेवा के लिए समर्पित होगा व सच्चे अर्थों की सेवा प्रस्तुत की जायेगी ।

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