बीकानेर,बीकानेर के हिंदी, उर्दू एवं राजस्थानी भाषा के ख़्यातनाम वरिष्ठ साहित्यकार शायर, कहानीकार, अनुवादक क़ासिम बीकानेरी के हिंदी कहानी संग्रह दादाजी की साइकल पर पुस्तक चर्चा का आयोजन शबनम साहित्य समिति द्वारा 22 अक्टूबर, रविवार, दोपहर 11: 30 बजे स्थानीय विजय आदर्श विद्या मंदिर माध्यमिक विद्यालय के प्रांगण में किया जाएगा।
संस्था अध्यक्ष अब्दुल समद राही ने जानकारी देते हुए बताया कि कार्यक्रम की अध्यक्षता शिक्षाविद् पूर्व ब्लाक शिक्षा अधिकारी बसंतसिंह लखावत करेंगे वहीं पुस्तक पर पत्र वाचन वरिष्ठ साहित्यकार वीरेंद्र लखावत कवि कथाकार रशीद ग़ौरी कवि बाल साहित्य लेखक रामस्वरूप भटनागर व पूर्व खेल अधिकारी सत्तुसिंह भाटी करेंगे।
स्कूल व्यवस्थापक दिनेश सोलंकी ने बताया कि क़ासिम बीकानेरी की इस साल छपाक छई (हिंदी बाल कहानी संग्रह), बाबोसा रो छत्तो (राजस्थानी लघु कथा संग्रह) और दादाजी की साइकल (हिंदी कहानी संग्रह) पुस्तकें प्रकाशित हुई हैं । क़ासिम बीकानेरी की साहित्य की अनेक विधाओं में कुल 6 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं तथा आपने कई पुस्तकों का संपादन भी किया है।
युवा कवि गिरिराज पारीक ने बताया कि क़ासिम बीकानेरी
साहित्य की सभी विधाओं में पिछले ढाई दशकों से अनेक विधाओं में लगातार बेहतरीन सृजन कर रहे हैं। आप देश की अनेक संस्थाओं द्वारा सम्मानित एवं पुरस्कृत भी हो चुके हैं।
पारीक ने बताया कि शबनम साहित्य समिति पूर्व में भी अनेक पुस्तकों पर चर्चा करवा चुकी है
संस्कृतिकर्मी कवि संजय सांखला ने बताया कि क़ासिम बीकानेरी बीकानेर साहित्य जगत का एक ऐसा चमकता हुआ सितारा है जिसने बीकानेर से शुरुआत करके देश के साहित्य जगत में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। आपकी पुस्तक दादाजी की साइकल में मानवीय संवेदनाओं से ओतप्रोत कहानियां पाठकों को झकझोर देती है। बहुत ही हर्ष की बात है कि अभी पिछले दिनों क़ासिम बीकानेरी को उनकी पुस्तक छपाक छई के लिए अदबी उड़ान राष्ट्रीय बाल साहित्य पुरस्कार महामहिम राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया द्वारा उदयपुर में एक भव्य समारोह में प्रदान किया गया।