बीकानेर,लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियों में जुटी भारतीय जनता पार्टी ने देश के दलितों को साधने के लिए नया प्लान बनाया है। खबर है कि पार्टी अनुसूचित जाति तक पहुंच बढ़ाने के लिए ‘घर-घर चलो’ अभियान की शुरुआत करने जा रही है।
खास बात है कि 543 लोकसभा सीटों में से 84 एससी के लिए आरक्षित हैं। कहा जा रहा है कि भाजपा इस बार 60-70 सीटों पर जीतने की कोशिश कर रही है।
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, देश के 18 फीसदी दलितों को लुभाने के लिए भाजपा 21 दिनों का राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू करने जा रही है। खबर है कि पार्टी के एससी मोर्चा ने डॉक्टर भीमराव आंबेडकर की जयंती यानी 14 अप्रैल से घर घर चलो कार्यक्रम की शुरुआत करने का फैसला किया है।
भाजपा के एससी मोर्चा प्रमुख लाल सिंह आर्य का कहना है कि इस अभियान के तहत यह सुनिश्चित किया जाएगा कि केंद्रीय योजनाएं लोगों तक पहुंचे। साथ ही योजनाओं के लिए आवेदन करने के संबंध में भी मोर्चा की टीम लोगों की मदद करेगी। इस अभियान के तहत भाजपा दलित परिवारों को केंद्र सरकार की योजनाओं के फायदे पहुंचाने की तैयारी कर रही है। इस दौरान योजना के फायदे से वंचित लोगों को तत्काल मदद मुहैया कराई जाएगी।
संभावनाएं जताई जा रही हैं कि अभियान के समापन पर दिल्ली के ताल कटोरा स्टेडियम में बड़े स्तर पर कार्यक्रम का आयोजन हो सकता है। उस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शिरकत कर सकते हैं। एससी के लिए आरक्षित 84 सीटों में से भाजपा ने साल 2019 लोकसभा चुनाव में भाजपा ने इनमें से 46 सीटों पर जीत हासिल की थी।
दलितों तक क्यों मुश्किल है भाजपा की राह
आंकड़े बताते हैं कि एससी आबादी का एक बड़ा हिस्सा वहां मौजूद है, जहां भाजपा की स्थिति मजबूत नहीं है। रिपोर्ट के अनुसार, पंजाब में एससी वोटर 34 फीसदी हैं। हिमाचल प्रदेश में यह आंकड़ा 25 और पश्चिम बंगाल में 24 फीसदी है। इनके अलावा राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और कर्नाटक में खासी दलित आबादी है।