
बीकानेर,चूरू, चूरू जिला प्रशासन ने भाजपा विधायक हरलाल सहारण को हाशिए में धकेल दिया है। जबकि पार्टी के जिलाध्यक्ष बसंत शर्मा की पावली पांच आना में चल रही है। यहां 26 जनवरी गणतंत्र दिवस समारोह के बाद इसी प्रकार की चर्चाएं बड़े ही जोरों से हो रही है। मिली जानकारी के अनुसार जिला प्रशासन ने गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान उल्लेखनीय कार्य करने वाले व्यक्तियों और संस्थाओं को सम्मानित किया था। मजे की बात यह रही कि प्रशासन द्वारा चूरू विधायक हरलाल सहारण द्वारा सुझाए गए नामों को दरकिनार कर दिया गया। दूसरी तरफ भाजपा जिलाध्यक्ष बसंत शर्मा की ओर से सुझाए गए नामों के व्यक्तियों और संस्थाओं को सम्मानित किया गया। अब यहां सम्मान से वंचित रहे वे लोग और संस्थाएं दुखी हैं जिनको सम्मानित करवाने के लिए विधायक हरलाल सहारण ने प्रशासन को लिखा था या कहा था। कुल मिलाकर प्रशासन ने गरीब और किसान के हितैषी एवं हर समय अन्याय के खिलाफ लड़ने वाले विधायक हरलाल सहारण की भावनाओं के साथ खिलवाड़ ही किया है। यह भी सुनने में आया है कि इस मामले में जिला प्रशासन ने जिला प्रमुख वंदना आर्य को भी कोई तवज्जो नहीं दी है। इतना ही नहीं चूरू के प्रशासन ने तो खेलकूद में राष्ट्रीय स्तर पर पहुंची स्कूली बालिकाओं को भी सम्मान से वंचित करके विवेकहीनता का परिचय दे दिया है। कुल मिलाकर जिला प्रशासन को ऐसी लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए थी। यहां सम्मानित होने वालों का चयन करने वालों को किस बात की जल्दी थी, जो राजस्थान में चैंपियन रही माध्यमिक स्तर की स्कूली बालिकाओं का नाम भी नहीं लिखा। अब प्रशासन को समझाए कौन?