बीकानेर,बीछवाल में प्रस्तावित बायोलॉजिकल पार्क (जू) का निर्माण रेंग रहा है। सात साल बीतने के बाद बीकानेरवासियों के लिए अभी यह सपना ही बना है। जानवरों के लिए यहां पर 14 पिंजरे बनाए जा रहे है।
निर्माण कर रही कंपनी आरएसआरडीसी का दावा है कि इसी माह के अंत तक 10 पिंजरे पूरी तरह से तैयार हो जाएंगे। इन पिंजरों का निर्माण अंतिम चरण में है। सूत्रों की माने तो पूरा बजट नहीं मिलने के कारण इसका निर्माण मंथर गति से चल रहा है। सरकार इसके निर्माण के लिए टुकड़ों में ही बजट दे रही है। वन विभाग की मंशा जल्द ही इसका उद्घाटन कराने की है। बायोलॉजिकल पार्क के निर्माण में 36 करोड़ की लागत आएगी। इसका निर्माण राजस्थान राज्य सड़क विकास निर्माण निगम लिमिटेड(आरएसआरडीसी) करवा रही है। कंपनी से मिली जानकारी के अनुसार अब तक राज्य सरकार से इसके निर्माण के लिए 16.28 करोड़ रुपए का बजट ही मिला है।
इनके बनेंगे पिंजरे.
बायोलॉजिक पार्क में 14 पिंजरे बनाए जा रहे हैं। इसमें मुख्यतौर पर शेर, पैंथर, जरक, लेंपर्ड, भेड़िया, नील गाय, चिंकारा हरिण, चीतल, ब्लैकबक सहित जानवर आएंगे। इनके साथ ही एक बड़ा पिंजरा पक्षियों के लिए बनाया जा रहा है, जिसमें चार छोटे पिंजरे होंगे। इसमें अलग-अलग तरह के पक्षी होंगे।
जू डेढ़ दशक से है बंद.
बीकानेर में डेढ़ दशक से जन्तुआलय को बंद कर दिया गया था। इसके बाद नए जू की कवायद शुरू हुई। वर्ष 2015 में बीछवाल में इसके लिए भूमि चिन्हित की गई। तात्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने इसे महत्ती प्रोजेक्ट के रूप में घोषित किया था। इसके बाद निर्माण के लिए शिलान्यास भी हुआ। लेकिन आज सात वर्ष बीतने के बाद भी बायोलॉजिकल पार्क आमजन के लिए नहीं खुल पाया।