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बीकानेर,मुख्य सचिव ने फ्लैगशिप योजनाओं की जिलेवार समीक्षा करी उसमें यह रैंक निकलकर सामने आई है। वर्ष 2022 के दो महीनों के कामकाज के आधार पर बनी इस रैंक के मुताबिक शुद्ध के लिए युद्ध में बीकानेर 12वें और निरोगी राजस्थान में 28वीं रैंक पर है। प्रत्येक योजना की रैंकिंग से पहले जिन बिंदुओं पर परीक्षण किया जाता है उनके अलग-अलग नंबर भी दिए जाते हैं। सीएमएचओ डॉ.बी.एल.मीणा का कहना है, जिन योजनाओं में रैंक थोड़ी पीछे हैं उनमें भी काम और बेहतर कर आगे लाएंगे

6393 अंक 7840 में से हासिल कर निशुल्क दवा योजना में दूसरे स्थान पर। जिले के 98 सरकारी हॉस्पिटलों का परीक्षण कर यह रैंक दी गई।
97.06 प्रतिशत अंक स्वास्थ्य मित्र चयन एवं ट्रेनिंग में मिलने के साथ निरोगी राजस्थान योजना में 28वें नंबर पर।
3.88 लाख मरीजों का इलाज और जांच महज 18700 की यानी 7.26 प्रतिशत। इसलिए निशुल्क जांच योजना में 32वें नंबर पर।
फेमिली रजिस्ट्रेशन, ट्रीटमेंट, क्लेम नंबर के आधार पर चिरंजीवी योजना में चौथे नंबर पर है बीकानेर।
80 सैंपल का टारगेट था शुद्ध के लिए युद्ध अभियान में। इसके बदले दो महीनों में 122 यानी 152 प्रतिशत सैंपल लिए।

रिपोर्ट के मुताबिक बीकानेर में दो महीनों में 3.88 लाख मरीजों का इलाज हुआ। जांच महज 18700 हुई। मतलब यह कि 8.62 प्रतिशत फ्री जांच की गई। ऐसे में बीकानेर को प्रदेश में 32वीं रैंक मिली। इस मामले में बीकानेर के बाद महज झालावाड़ ही रहा। दूसरी ओर इस पिछड़ने की वजह तकनीकी खामी बताई जा रही है। पीबीएम हॉस्पिटल सुपरिंटेंडेंट डॉ.परमेन्द्र सिरोही का कहना है, फरवरी महीने में लगभग 87 हजार मरीजों की जांच की गई थी। यह डाटा सर्वर पर अपडेट नहीं हुआ।ऐसा होने से इस मामले में भी बीकानेर टॉप के जिलों में शामिल होगा।

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