बीकानेर,जयपुर,राज्य सरकार ने आदेश जारी कर डॉ. राजेश कुमार व्यास को अतिरिक्त निदेशक पद पर पदोन्नत किया है। डॉ. व्यास ने सोमवार को ही राज्यपाल, राजस्थान के अतिरिक्त निदेशक (जनसम्पर्क) पद पर अपना कार्यभार संभाल लिया है। इससे पहले वह राजभवन में ही संयुक्त निदेशक (जनसम्पर्क) पद पर कार्यरत थे। व्यास राजस्थान सूचना सेवा के वर्ष 1996 बैच के अधिकारी हैं।
डॉ. व्यास देश के जाने—माने संस्कृतिकर्मी, कवि, निबंधकार और कला आलोचक हैं। उन्हें वर्ष 2018 में साहित्य अकादेमी के सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित किया गया। हाल ही उन्हें भाषा साहित्य अकादमी का शिखर सम्मान, पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक कला केंद्र के प्रतिष्ठित कोमल कोठारी अवार्ड से भी सम्मानित किया गया। इसके अलावा भारत सरकार का प्रतिष्ठित ‘राहुल सांकृत्यायन अवार्ड’, राजस्थान सरकार द्वारा ‘उत्कृष्ट लेखक’ पुरस्कार, पत्रकारिता का विशिष्ट ‘माणक’ अलंकरण आदि बहुत से भी पुरस्कारों से उन्हें सम्मानित किया जाता रहा है। भारतीय संस्कृति के मौलिक चिंतक के रूप में देश—विदेश में उनकी विशिष्ट पहचान है। भारत सरकार के लेखक प्रतिनिधिमंडल में उन्होंने फ्रांस, जर्मनी, नेपाल आदि देशों की सांस्कृतिक यात्राएं की हैं। कविता, कला आलोचना, निबंध और यात्रा संस्मरण की उनकी अब तक 23 मौलिक पुस्तकें प्रकाशित हैं। दूरदर्शन के लिए उन्होंने “डेजर्ट कॉलिंग” धारावाहिक का लेखन किया है। इस समय वह दूरदर्शन के लोकप्रिय कार्यक्रम संवाद के होस्ट हैं। केन्द्रीय ललित कला अकादेमी की पत्रिका ‘समकालीन कला’ और राजस्थान ललित कला अकादेमी की पत्रिका ‘आकृति’ के वह अतिथि संपादक और सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग की पत्रिका ‘सुजस’ के वह संपादक रहे हैं। दूरदर्शन ने डॉ. व्यास के शोध एवं आलेख पर आधारित यात्रा वृतांत धारावाहिक ‘डेजर्ट काॅलिंग’ बनाकर डीडी भारती, दूरदर्शन नेशनल चैनल से उसे प्रसारित किया है। भारतीय संस्कृति से संबद्ध कोई एक दर्जन से अधिक वृत्तचित्रों का लेखन भी उन्होंने किया है।