बीकानेर,पूरे विश्व में अपनी मिठास और भुजिया के साथ अपनायत के लिए जाना जाने वाला मेरा शहर छोटीकाशी, बीकानेर जहां संस्कृति, सभ्यता आज भी जीवंत है…
जिस पर स्वयं नगर सेठ लक्ष्मीनाथ, मां करणी,कोडमदेसर भैरू जी,बाबा पूनरासर का आशीर्वाद है पता नहीं किस की नजर लग गई मेरे इस शहर को जो आज उड़ता बीकानेर बन गया है…
हालत बड़े बुरे हो गए फोन आते वाट्सअप पर मेसेज आते है घर वालों की तबियत खराब है ऐसा बताते है ओर पैसे मांगते है बाद में पता चलता है कि नशे के लिए पैसे मांगने का एक तरीका है,रात को फॉयल पेपर मांगते दिखाई देते है
सब बातों में भूल जाते है कि घरवालों ने क्या क्या सोचा है तुम्हारे लिए तुम्हारा किन परिस्थितियों में पालन पोषण किया है सब सपने तोड़ देते है बस नशे लिए क्या नशा मां बाप ओर घर वालों से बड़ा हो गया है ?
नशे के कारोबारी फल फूल रहे है और लेने वाला ओर उसका परिवार बर्बाद हो रहा है इसी के कारण इस शांत शहर में अपराध भी बढ़ा है समझ नहीं आता इस सब का दोषी कौन? जिम्मेदार कौन? जिसका जवाब मिलेगा हम सब हमारी चुप्पी बस अब इस चुप्पी को तोड़ना है और हमारे बीकानेर के सुनहरे भविष्य को इस नशे से बचाना है