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बीकानेर,जिला प्रभारी सचिव कृष्ण कुणाल ने कहा कि राइजिंग राजस्थान की जिला स्तरीय समिट के तहत स्थापित होने वाली नई औद्योगिक इकाइयों से जिले को दीर्घकालीन लाभ मिले, ऐसे प्रस्तावों को प्राथमिकता दी जाए।

जिला प्रभारी सचिव ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक में यह निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इन्वेस्टमेंट समिट राज्य सरकार का महत्वाकांक्षी कार्यक्रम है। आने वाले समय में इसके बेहतरीन परिणाम देखने को मिलेंगे। उन्होंने कहा कि इसे ध्यान रखते हुए स्थानीय औद्योगिक संभावनाओं के अनुरूप निवेशकों और उद्यमियों के साथ संवाद किया जाए। उद्यमियों को फूड, एग्रो, पर्यटन और सिरेमिक सहित अन्य स्थानीय महत्व की इकाइयां स्थापित करने के लिए प्रेरित किया जाए। तेरह नवंबर को होने वाली जिला स्तरीय समिट का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार हो और नए निवेशकों को उद्यम स्थापित करने के लिए आवश्यक सरकारी सुविधाएं और सहयोग उपलब्ध करवाया जाए। उन्होंने कहा कि जिले के औद्योगिक विकास से यहां के आर्थिक और सामाजिक विकास को नई दिशा मिल सकेगी।

प्रभारी सचिव ने राइजिंग राजस्थान समिट से चिकित्सा, पशुपालन, सार्वजनिक निर्माण और शिक्षा सहित अन्य विभागों को जुड़ने के निर्देश देते हुए कहा कि विभाग अपनी आवश्यकताओं के अनुरूप निवेश प्रस्ताव तैयार करवाए। इनके लिए उद्योग विभाग के साथ समन्वय रखें। औद्योगिक इकाइयों और उद्यमियों को समय रहते समिट के लिए आमंत्रित कर लिया जाए।

जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि ने बताया कि 13 नवंबर को होने वाले राजस्थान राइजिंग समिट के जिला स्तरीय कार्यक्रम के लिए 37 एमओयू निष्पादित किए गए हैं तथा 20 एमओयू के प्रस्तावों के लिए वार्ता अंतिम चरण में है। उन्होंने बताया कि उद्योग विभाग द्वारा की जा रही तैयारियों की नियमित मॉनिटरिंग की जा रही है।

*संपूर्णता अभियान की जानी प्रगति*
प्रभारी सचिव ने संपूर्णता अभियान की प्रगति जानी और कहा कि आकांक्षी ब्लॉक कोलायत में केंद्र सरकार के निर्देश अनुसार समयबद्ध कार्यवाही की जाए। उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा सेनेटरी नैपकिन पैड वितरण, मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरित करने, फसल खराबे के आकलन, जल जीवन मिशन के क्रियान्वयन की प्रगति की समीक्षा की और कहा कि राज्य सरकार के प्रत्येक निर्देश की शत प्रतिशत पालना सुनिश्चित की जाए।

*पीबीएम अस्पताल की व्यवस्थाएं रहें चाक-चौबंद*
प्रभारी सचिव ने पीबीएम अस्पताल में दवाइयों की उपलब्धता, जांच, स्टाफ की स्थिति, साफ सफाई आदि व्यवस्थाओं की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि अस्पताल परिसर की सघन सफाई के लिए नगर निगम और जन भागीदारी से स्वच्छता पखवाड़े के तहत विशेष अभियान चलाया जाए। परिसर से निर्माण सामग्री और इसके मलबे के कारण लोगों को परेशानी नहीं हो। संभाग के सबसे बड़े अस्पताल की सभी व्यवस्थाएं चाक चौबंद रहनी चाहिए। पीबीएम अस्पताल में सीवर लाइन कनेक्शन चालू नहीं होने की जानकारी पर प्रभारी सचिव ने 2 अक्टूबर से पहले सभी कनेक्शन प्रारम्भ करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने अस्पताल से संबंधित आवश्यकताओं की सूची उपलब्ध करवाने को कहा।
प्रभारी सचिव ने ग्रामीण क्षेत्रों के समस्त स्वास्थ्य केंद्रों पर एक दिन विशेष सफाई अभियान चलाकर सफाई करवाने के निर्देश दिए और कहा कि इस कार्य में जनप्रतिनिधियों और आमजन का सहयोग लें।

*पौधारोपण की जानी स्थिति, ई-फाइलिंग लागू करने के दिए निर्देश*
प्रभारी सचिव ने मानसून के दौरान जिले में किए गए पौधारोपण की स्थिति जानी और जीवित पौधों को समीक्षा करते हुए रिपोर्ट उपलब्ध करवाने के लिए कहा। सरकारी कार्यालयों में ई-फाइलिंग की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि सभी विभागों में ई-फाइलिंग व्यवस्था अनिवार्य रूप से लागू हो। सभी रिकॉर्ड स्कैन किये जाएं, जिससे कार्यों में पारदर्शिता आए और फाइलों के निस्तारण में अनावश्यक देरी ना हो। चिकित्सा विभाग में ई-फाइलिंग के निस्तारण का औसत समय अधिक होने पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि उच्च अधिकारी ई-फाइलिंग सिस्टम की मॉनिटरिंग करें।

*संपर्क पोर्टल पर बेवजह लंबित ना रहे प्रकरण*
प्रभारी सचिव ने संपर्क पोर्टल पर दर्ज और जनसुनवाइयों में प्राप्त परिवादों के निस्तारण की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि प्रकरण निस्तारण में परिवादी की संतुष्टि सुनिश्चित करने के लिए संवेदनशीलता और गंभीरता के साथ काम करें। टालमटोल का रवैया ना रखें, परिवादी को दिए जाने वाले जवाब को अधिकारी स्वयं पढ़कर अपलोड करवाएं। फील्ड विजिट के दौरान अधिकारी संपर्क पोर्टल पर निस्तारित प्रकरणों को क्रॉस चेक करें।

*छह माह से पुराने प्रकरणों के अधिकारियों से मांगे जवाब*
इस दौरान प्रभारी सचिव ने छह माह से अधिक पुराने तीन प्रकरण देखे और संबंधित अधिकारियों से जवाब मांगे। जिला प्रभारी सचिव कृष्ण कुणाल ने बजट घोषणाओं के क्रियान्वयन और भूमि आवंटन की स्थिति की समीक्षा की और बकाया आवंटन शीघ्र करने के निर्देश दिए। दो अक्टूबर तक मनाए जाने वाले स्वच्छता ही सेवा पखवाड़े के दौरान सभी कार्यालयों में भी साफ-सफाई का विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक स्थानों, पार्कों, बाजारों और मुख्य मार्गो पर नागरिकों के सहयोग से श्रमदान और सफाई की सघन गतिविधियां आयोजित करें।

*जिला कलेक्टर ने दी प्रगति की जानकारी*
जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि ने विभिन्न योजनाओं की प्रगति और बजट घोषणाओं के क्रियान्वयन की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जिला स्तर पर सभी बिंदुओं की नियमित समीक्षा की जा रही है।
बैठक में नगर निगम आयुक्त मयंक मनीष, नगर विकास न्यास सचिव डॉ. अपर्णा गुप्ता, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सोहनलाल, अतिरिक्त जिला कलेक्टर (प्रशासन) डॉ दुलीचंद मीणा, अतिरिक्त जिला कलेक्टर (नगर) रमेश देव सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

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