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बीकानेर जिला उद्योग संघ अध्यक्ष द्वारकाप्रसाद पचीसिया ने बताया कि इस बार बीकानेर जिला उद्योग संघ ने एक नई पहल करते हुए नेत्रहीन छात्रावासित उच्च माध्यमिक विद्यालय के बच्चों के साथ आजादी के 75वें वर्ष अमृत महोत्सव को मनाया गया । पचीसिया ने बताया कि जब भगवान किसी व्यक्ति को दिव्यांग बनाता है तो साथ ही उसमें एक ऐसी अदभुत शक्ति प्रदान करता है जिसके बल पर वह पूरे देश में अपना एक मुकाम हासिल करता है । अमृत महोत्सव में आशीर्वचन देते हुए दाताश्री रामेश्वरानंद महाराज ने कहा कि हम सबको स्वतंत्रता दिवस पर जागे हुए देश भाव को मरते दम तक जगाए रखना है और देश और देशवासियों की सेवा के लिए निरंतर प्रयास करने है ताकि देश के लिए शहीद हुए जवानों को सच्ची श्रद्धांजलि मिल सके । कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जलदाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य अभियंता अजय शर्मा ने बताया कि हमें हमारे दिलों में देश प्रेम को जगाए रखना है और देश के प्रति पूरे समर्पण के साथ देशवासी होने का फर्ज निभाना है ताकि भारत देश विश्व के सभी देशों में विश्व गुरु के रूप में अपनी पहचान बना सके । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ एम साबिर ने बताया कि देश के हर नागरिक को देश से उतना ही प्रेम करना चाहिए जितना इंसान अपने माता पिता से करता है । हमें अपने देश, राज्य और जिले की हर समस्या को अपना समझते हुए एकजुट होकर सामना करना होगा । विशिष्ट अतिथि श्याम सुंदर सोनी ने बताया कि हमें एकजुट होकर वर्तमान में गायों में फैली लँपी बीमारी के लिए जिला प्रशासन को सहयोग करना होगा तभी हम इस बीमारी पर काबू पा सकेंगे । भारत माता की रक्षा का संकल्प लेते हुए गाय माता की रक्षा का संकल्प लेना होगा । इस अवसर पर दिव्यांग बच्चों एवं गायिका दीपिका खुड़िया ने देश भक्ति के गीतों, गजलों से उपस्थित सभी उद्यमियों का मन मोहा और श्रोताओं को अपने हुनर से मंत्र मुग्ध किया । साथ ही इस अवसर पर नेत्रहीन विद्यालय के प्रिंसिपल अल्ताफ अहमद का स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मान किया गया । इस अवसर पर स्व सोभागमल बेगाणी की स्मृति में उनकी पत्नी त्रिशला देवी बेगाणी द्वारा अध्यक्ष द्वारकाप्रसाद पचीसिया को अपनाघर हेतु 2 ट्राई साइकिल भेंट की गई । बीकानेर जिला उद्योग सँघ द्वारा प्रत्येक नेत्रहीन बच्चों को पानी की बोतल गिफ्ट दी गयी । इस अवसर पर वीरेंद्र किराड़ू, सुरेंद्र जैन, अनंतवीर जैन, नरेश मित्तल, महेश कोठारी, श्रीराम सिंघी, ओमप्रकाश करनानी, तोलाराम पेड़ीवाल, विनोद गोयल, शिवरतन पुरोहित, हरिकिशन गहलोत, दिलीप रँगा, के के मेहता, सुरेंद्र बांठिया, अशोक गहलोत, भंवरलाल चांडक, केदारचन्द अग्रवाल, पारस डागा, विजय चांडक, शैलेन्द्र यादव, महावीर पुरोहित, दिनेश वत्स, राजीव शर्मा, चन्द्रप्रकाश नौलखा, चंपक मल सुराणा, राजाराम सारडा, निर्मल पारख, श्रीधर शर्मा, सुभाष गुप्ता, सुशील बंसल, सुभाष मित्तल, किशनलाल बोथरा, किशन मूंधड़ा, विजय जैन, किरण मूंधड़ा, मानक चौधरी, शशि मोहता, शांतिलाल बोथरा, पवन चांडक, मांगीलाल सुथार, बनवारी शर्मा, सुरेश कोठारी, महावीर दफ्तरी, विकास पारख, मनमोहन गहलोत, कमल राठी, शुभम लड्ढा, रोहित पित्ती, पवन अग्रवाल, अभिमन्यु जाजड़ा, गौरव मूंधड़ा, राजू शर्मा एवं अन्धविद्यालय के शिक्षकगण उपस्थित हुए ।

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