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बीकानेर ,रविवार को श्री मुरली मनोहर धोरे पर दो लड़कियों को गीता जी याद करने पर साइकिले व 28 अन्य बच्चों को अलग अलग अध्याय कंठस्थ करने वाले बच्चों को उपहार दिया गया। धोरे पर संतो के सानिध्य में पिछले कई सालों से बच्चों को गीता जी सिखाई जाती हैं जिसके तहत अब तक 40 से अधिक बच्चों ने गीता जी के 18 अध्याय याद कर लिए है। रविवार को जिन बच्चों को साईकिले मिली जिनका नाम रितेश गहलोत, राधे श्याम प्रजापत, ऋषि सोनी है।

श्री मुरली मनोहर धोरे से जुड़े अमित अग्रवाल ने कहा कि संस्था द्वारा बीकानेर की 91 स्कूलों में गीता जी सिखाने का कार्य चल रहा हैं। आज मोबाइल के युग में बच्चों की मानसिक व आध्यात्मिक उन्नति के लिए गीता जी का ज्ञान होना बहुत जरूरी है।
संत श्री श्याम सुंदर जी महाराज ने कहा कि धोरे पर लोगों की बहुत आस्था है अतः दूर-दूर से बच्चें गीता जी सीखने के लिये आते है।
परम पूज्य स्वामी श्री राम सुखदास जी महाराज की प्रेरणा से मुरली मनोहर धोरे पर गीता रूपी ज्ञान की गंगा बह रही हैं जिसका हम सभी को लाभ लेना चाहियें। शिव गहलोत ने कहा कि धोरे पर हर रविवार को सुबह 9:30 बजे से 1 बजे तक गीता जी की क्लास लगती है यहाँ पर गीताजी सीखने आने वाले बच्चों को लाने-लेजाने की निःशुल्क व्यवस्था की हुई है व बच्चों के नाश्ते की व्यवस्था हैं। 9 अध्याय याद होने पर 50 ग्राम चांदी का मैडल दिया जाता है तथा बच्चों को हर अध्याय याद होने पर उपहार भी दिया जाता है। अभी बच्चों को छुट्टीया होने के कारण 1000 से अधिक बच्चें इसका लाभ ले रहे है।
इस पुनीत मिशन में रामप्रसाद मिमानी, गिरिराज मिमानी, तारा देवी सोनार, निखिल, राधेश्याम, रितेश, मयंक, सुभाष सहू, सुभम,इंद्र गहलोत,कैलाश सोलंकी आदि अनेक लोग जुड़े हुवे है।

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