लक्ष्मीनाथजी मंदिर से शुरू हुई भिक्षा यात्रा,पीले चावल बांटे, गोचर-ओरण संरक्षण के लिए किया जागरुक













बीकानेर,गोचर-ओरण संरक्षित होगा तभी गौवंश सुरक्षित रह सकेगा। गौमाता में 33 करोड़ देवी-देवता विराजित होते हैं और एक गाय एक परिवार का पेट पाल सकती है। यदि हम गोचर-ओरण को बचाएंगे तभी गौवंश बच सकेगा। यह उद्गार राष्ट्रीय संत सरजूदासजी महाराज ने गोचर-ओरण संरक्षण के अंतर्गत 2 दिसम्बर को होने वाले आयोजन से पूर्व भिक्षा यात्रा के दौरान व्यक्त किए। शुक्रवार शाम करीब 8 बजे भिक्षा यात्रा की शुरुआत श्रीलक्ष्मीनाथजी मंदिर से हुई। महामंडलेश्वर सरजूदासजी महाराज, पं. जुगलकिशोर ओझा पुजारी बाबा एवं ज्योतिषाचार्य पं. राजेन्द्र किराड़ू के नेतृत्व में जन-जन को पीले चावल बांट कर अखिल भारतीय गोवंश गोचर संरक्षक संस्थान बीकानेर एवं गोचर ओरण संरक्षक संघ राजस्थान के तत्वावधान में गोचर ओरण भूमि संरक्षण के लिए 2 दिसम्बर 2025 को जिला कलक्टर कार्यालय के समक्ष होने वाले रुद्राभिषेक, गोपाल गौयज्ञ आयोजन के लिए आमंत्रित किया गया। पं. राजेन्द्र किराड़ू ने बताया कि भिक्षा यात्रा की आज शुरुआत हुई है अब गौसेवकों की टीम द्वारा संत-महात्माओं व शहर के विभिन्न स्थानों पर जन-जन को गोचर ओरण आंदोलन के प्रति जागरुक किया जाएगा। शुक्रवार को श्री लक्ष्मीनाथजी मंदिर के बाद भिक्षा यात्रा बड़ा बाजार, आचार्यों का चौक, मोहता चौक, रत्ताणी व्यासों का चौक, बारह गुवाड़, नत्थूसर गेट से ईदगाह बारी, विश्वकर्मा गेट, जस्सूसर गेट होते हुए विभिन्न स्थानों पर पहुंची। इस दौरान मनोज सेवग, शिव गहलोत, कैलाश सोलंकी, सूरजप्रकाश राव, विजय थानवी, कन्हैयालाल भाटी, रमेश किराड़ू, मुरलीधर पुरोहित, देवकीनंदन व्यास, राजकुमार पुरोहित सहित अनेक गौभक्त शामिल रहे। संत-महात्माओं, गौभक्तों के साथ एवं पं. जुगलकिशोर ओझा पुजारी बाबा के सान्निध्य व पं. राजेन्द्र किराड़ू के आचार्यत्व में 151 वैदिक ब्राह्मणों द्वारा 2 दिसम्बर को सुबह 11:30 से दोपहर 1:30 बजे तक रुद्राभिषेक एवं दोपहर 2 से 5 बजे तक गोपाल गौयज्ञ व आरती का आयोजन किया जाएगा।
