
बीकानेर, केन्द्रीय विधि एवं न्याय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि भावना मेघवाल मेमोरियल ट्रस्ट, शिक्षा की अलख जगाने के बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर के संकल्प को साकार करने में जुटा है। उन्होंने विद्यार्थियों का आह्वान करते हुए कहा कि बच्चे बड़े सपने देखें और पूरी ऊर्जा के साथ इन्हें साकार करने मे जुट जाएं। मेघवाल गुरुवार को विद्या निकेतन स्कूल में भावना मेघवाल मेमोरियल ट्रस्ट द्वारा आयोजित कॅरियर काउंसलिंग-2025 तथा अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों के लिए विद्यार्थी गौरव सम्मान-2025 को संबोधित कर रहे थे। मेघवाल ने कहा कि बाबा साहेब ने अनेक प्रतिकूलताओं के बावजूद बड़ी सफलताएं हासिल की। वे सदैव शिक्षा को प्रोत्साहित करते रहे। उनका दिया संविधान आज हमें एक सूत्र में बांधता है। उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम का उदाहरण देते हुए कहा कि वे भी साधारण परिवार से ताल्लुक रखते थे। उनके पिता मछुआरे थे, लेकिन उन्होने बड़ा सपना देखा और देश के राष्ट्रपति जैसे सर्वोच्च पद पर पहुंचे।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि देश के 30 करोड़ विद्यार्थी, देश की सबसे बड़ी दौलत है। स्कूलों और काॅलेजों में पढ़ने वाले ये विद्यार्थी जब संस्कारवान, चरित्रवान और सक्षम बनेंगे, तो देश विकसित राष्ट्रों की सूची में खड़ा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि यही प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का सपना है। इसे साकार करने मे युवाओं की भूमिका महत्वपूर्ण है। मेघवाल ने कहा कि लोकसभा और विधानसभाओं में 33 प्रतिशत सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित रहेंगी। यह बिल पास भी हो चुका है। उन्होंने कहा कि इसे देश की राजनीति में बहुत बड़े सकारात्मक बदलाव के तौर पर देखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक सफल व्यक्ति के पीछे मातृशक्ति का हाथ होता है।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि दसवीं और बारहवीं तक अध्ययन के पश्चात् कॅरियर की चिंता प्रत्येक युवा को होती है। ऐसे मे भावना मेघवाल मेमोरियल ट्रस्ट के ऐसे शिविर विद्यार्थियों के लिए लाभदायक रहेंगे। उन्होंने विभिन्न कथाओं और कहावतों के माध्यम से आगे बढ़ने की सीख दी।
खाजूवाला विधायक डाॅ. विश्वनाथ मेघवाल ने कहा कि शिक्षा ऐसी मास्टर-की है, जिससे सभी ताले खोले जा सकते हैं। उन्होंने केन्द्रीय मंत्री से खाजूवाला में भीमराव अम्बेडकर वाचनालय खुलवाने तथा बीकानेर के अम्बेडकर वाचनालय में कॅरियर काउंसलर की स्थाई व्यवस्था करने का आग्रह किया।
पुलिस महानिरीक्षक ओमप्रकाश ने कहा कि किशोरों और युवाओं में बढ़ती नशे की प्रवृत्ति बेहद घातक है। इसके मद्देनजर बच्चों को कॅरियर की सही दिशा दिखानी जरूरी है। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन बच्चों में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करते हैं।
नेशनल कॅरियर काउंसलर डाॅ. चंद्रशेखर श्रीमाली ने कहा कि कॅरियर काउंसलिंग वह विधा है, जो विद्यार्थी को सही दिशा दिखाती है। उन्होंने विद्यार्थियों से अपनी स्किल पहचानने का आह्वान किया। साथ ही कॅरियर की विभिन्न संभावनाओं के बारे में बताया।
कार्यक्रम प्रभारी रवि शेखर मेघवाल ने बताया कि दसवीं और बारहवीं कक्षा में सत्तर प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने वाले अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों को प्रशस्ति पत्र और डिक्सनरी दी गई। इस दौरान उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति के विद्यार्थी भी आगे बढ़ें और सरकारी नौकर या नौकरी करने से आगे बढ़कर जाॅब प्रोवाइडर और एंतरप्रेन्योर बनें। उन्होंने कहा कि भावना मेघवाल मेमोरियल ट्रस्ट का संकल्प शिक्षा और समाज सेवा के क्षेत्र में सतत प्रयास करना है। उन्होंने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।
इससे पहले अतिथियों ने मां सरस्वती, बाबा साहेब अम्बेडकर तथा भावना मेघवाल के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। कार्यक्रम में पाना देवी, सुशीला वर्मा, पूर्व विधायक शिमला बावरी रचना मेघवाल और किशन कुमार बतौर अतिथि मौजूद रहे।
इस अवसर पर विश्वकर्मा कौशल विकास बोर्ड के अध्यक्ष रामगोपाल सुथार, चम्पालाल गेदर, नगर विकास न्यास के पूर्व अध्यक्ष महावीर रांका, गुमान सिंह राजपुरोहित, विक्रम राजपुरोहित, पप्पूराम पंवार, मोतीलाल पड़िहार, ओमप्रकाश मेघवाल, पूर्व प्रधान कन्हैयालाल, शिवकुमार रंगा, विनोद गिरि गुंसाई, किशोर आचार्य, राजाराम सींवर, चंद्रप्रकाश बारूपाल, श्रवण प्रजापत, इमरान कायमखानी, सम्पत पारी और रामेश्वर पारीक सहित बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक, विद्यार्थी, अभिभावक और शिक्षक मौजूद रहे।