बीकानेर। जिलाध्यक्ष अखिलेश प्रताप सिंह ने रीट की परीक्षा रद्द होने को सत्य की जीत बताया और साथ ही कहा कि भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया के नेतृत्व में पूरे राजस्थान में युवाओं के साथ हुए अत्याचार का भाजपा ने पुरजोर विरोध किया उसी का परिणाम है कि आज अशोक गहलोत को यह परीक्षा रद्द करनी पड़ी। निश्चित रूप से यह भाजपा कार्यकर्ताओं की संघर्ष की जीत है।
प्रदेश कार्यसमिति सदस्य और पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ. सत्यप्रकाश आचार्य ने कहा कि रीट परीक्षा धांधली मामले में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां के नेतृत्व में भाजपा की चुनौती से चौतरफा घिरी कांग्रेस पार्टी और उसके अग्रिम संगठन के कार्यकर्ताओं ने अपनी बौखलाहट दिखाते हुए श्री पूनिया की गाड़ी पर पथराव करके भी सच्चाई की आवाज को दबा न सकी। प्रदेश में कुप्रबंधन और कुशासन जैसे मुद्दों के साथ रीट परीक्षा में बड़े स्तर पर हुई धांधली के लिए जिम्मेदार कांग्रेस इस अराजकता के माध्यम से जनता की आवाज नहीं दबा पाई। डॉ. आचार्य ने रीट की परीक्षा रद्द को भाजपा के आम कार्यकर्ताओं की जीत बताया।
जिला महामंत्री मोहन सुराणा,जिला उपाध्यक्ष एडवोकेट अशोक प्रजापत,जिला मंत्री एंव मीडिया प्रभारी मनीष आचार्य ने कहा कि जनविरोधी कांग्रेस सरकार अपने कुशासन, बढ़ते अपराधों और रीट धांधली सहित विभिन्न मुद्दों पर प्रदेश की जनता की आवाज और विरोध को इस प्रकार के हथकंडों और गुंडागर्दी के माध्यम से दबाना चाहती थी लेकिन आज प्रदेश के लाखों युवा और भाजपा के संघर्ष की जीत हुई है। भाजपा हमेशा जनहित के मुद्दों पर कांग्रेस को घेरने का काम करेगी