बीकानेर, शास्त्री नगर स्थित वीर हनुमान वाटिका परिसर में बुधवार को दूसरे दिन भक्ति संगीतमय भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का वाचन-विवेचन ठाकुर श्री बांके बिहारीजी मंदिर, वृंदावन के शयन भोग सेवा अधिकारी पंडित बृजेश गोस्वामी प्रभु भक्ति का वर्णन किया। गुरुवार को कथा दोपहर एक बजे से शाम छह बजे तक होगी। कथा का लाइव प्रसारण यूट्यूब, फेस बुक व सोशल मीडिया के माध्यम से किया जाएगा।
पंडित बृजेश गोस्वामी ने भगवान के 24 अवतारों का वर्णन करते हुए कहा कि धर्म की रक्षा करने व अधर्म का नाश करने, भक्तों को संकट, कष्ट से मुक्ति दिलाने, के लिए विभिन्न अवतार लिए। परमात्मा के सभी अवतार आम आदमी को भले ही लौकिक (सांसारिक) लगते हो लेकिन धर्म, आध्यात्मिक, वेद व पुराणों का ज्ञान रखने वाले तथा भक्तजनों को सभी अवतार व उनकी लीलाएं आलौकिक लगती है। परमात्मा के सभी अवतार व लीलाओं में गुढ़ रहस्यों के साथ प्राणी मात्र की रक्षा व कल्याण करने, लोगों को मानवीय,आध्यात्मिक व धार्मिक मूल्यों की स्थापना करने व बुराइयों से बचने का संदेश देते है।
उन्होंने कहा कि परमात्मा भक्ति के अनेक रूप है, हेतू व अहेतू, सकाम व निष्काम भक्ति । कामना, लालच, लोभ के लिए की गई भक्ति परमात्म तत्व तक नहीं पहुंचने देती, वहीं निष्काम भाव से की गई प्रभु की भक्ति सार्थक व परम लक्ष्य तक पहुंचाती है। उन्होंने अनेक भक्तों का उदाहरण देते हुए कहा कि अनन्य भाव से भजने से भगवान के भक्त मुकुटमणी बन जाते है। उन्होंने कहा कि भागवत कथा, भगवद् स्वरूप् है, इसको भाव से, सचेष्ट होकर सुनें तथा इसकी हर कथा पर चिंतन-मनन करते हुए सांसारिक धर्म निभाते हुए भी परमात्म से प्रीति लगाएं। भगवान को अपना तथा अपने को भगवान का मानकर स्मरण, निष्काम भाव से स्तुति वंदना करें। बुधवार को श्रीमद् भागवत, भगवान श्रीकृष्ण व प्रतिष्ठित देवताओं की पूजा व आरती का लाभ वैज्ञानिक छुट्टन लाल मीणा, सांवली देवी, डॉक्टर अजय मीणा व मनीष मीणा ने लिया। आयोजन से जुड़े नवनीत सारस्वत ने बताया कि 26 मई को कृष्ण जन्मोत्सव व नंदोत्सव, 27 मई को गोवर्धन पूजा व छप्पन भोग,28 मई को श्रीकृष्ण-रुक्मणी विवाह उत्सव, 29 मई को श्री सुदामा चरित्र एवं दिव्य फूलों की होली उत्सव मनाया जाएगा। कथा की पूर्णाहूति पर 30 मई को सुबह नौ बजे हवन होगा।