बीकानेर.जेल में बंदियों को मिलने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं की बेहतर व्यवस्था होने और स्वास्थ्य के मामले में बीकानेर जेल के बंदियों की स्थिति प्रदेश में सबसे अच्छी है। बंदियों को एचआइवी परामर्श, जांच एवं उपचार सेवाएं बेहतर देने पर केन्द्रीय कारागार प्रशासन को सम्मानित किया गया है। यह सम्मान जयपुर में राजस्थान स्टेट एड्स कंट्रोल सोसायटी की ओर से विश्व एड्स दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में एनएचएम निदेशक सुशीर कुमार शर्मा ने दिया। बीकानेर केन्द्रीय कारागार के कारापाल रामनिवास ने यह सम्मान प्राप्त किया।
प्रदेश की 105 जेलों में बीकानेर बेहतर
प्रदेशभर में 105 जेलें हैं। इनमें केन्द्रीय कारागार 10, जिला कारागार 26, उप कारागार 60, महिला कारागार 07, उच्च सुरक्षा कारागार 01 और बाल सुधार गृह 01 हैं। इनमें करीब 23 से 24 हजार बंदी हैं। वहीं बीकानेर जेल में वर्तमान में करीब 1450 बंदी है। स्वास्थ्य आंकलन में यहां के बंदियों की सिथति सबसे अच्छी होना पाया गया है।
यह प्रयास किएबंदियों के लिए
बीकानेर केन्द्रीय कारागार में जेल अधीक्षक आर.अनंतेश्वरन के नेतृत्व में बंदियों के स्वास्थ्य को लेकर कार्य किए गए है। जेल के चिकित्सालय में बंदियों के उपचार की व्यवस्था में सुधार किया गया है। एनजीओ व संस्था के माध्यम से बंदियों के स्वास्थ्य जांच शिविर हर महीने लगाए जाते हैं। बंदियों के आंख, चर्मरोग, सामान्य स्वास्थ्य जांच नियमित की जाती है।गंभीर बीमारी से ग्रसित बंदियों को पीबीएम अस्पताल से उपचार की सुविधा मुहैया कराई जा रही है।
गौरव की बात
बीकानेर केन्द्रीय कारागार बंदियों के स्वास्थ्य की जांच एवं उपचार में अग्रणी रहा है। प्रदेशभर की जेलों में से बंदियों के स्वास्थ्य को लेकर बीकानेर जेल में अच्छा काम हो रहा है। इस पर जेल प्रशासन को पुरस्कार भी मिला है। यह पुरस्कार मिलना गौरव की बात है।
विक्रमसिंह करणावत,आइजी जेल जयपुर