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बीकानेर। सोने के जेवर बनाने वाला बंगाली कारीगर कोतवाली इलाके के कई ज्वैलर्स का करीब 10 लाख रुपए का सोना और नकदी लेकर फरार हो गया। इन ज्वैलर्स ने शादी के सीजन में लोगों के आर्डर पर गहने तैयार करने के लिए कारीगर आरिफ उर्फ समीर को सोना दिया था। फिलहाल एक ज्वैलर्स ने इस संबंध में कोतवाली थाना पुलिस को बंगाली कारीगर के खिलाफ परिवाद दिया है। करीब 200 ग्राम सोना फरार होने वाला कारीगर आरिफ उर्फ समीर जो पश्चिम बंगाल के हावड़ा का रहने वाला बताया जाता है कि पिछले कई सालों से बीकानेर में ज्वैलर्स के गहने तैयार करने का काम करता था। कोतवाली इलाके के लगभग सभी ज्वैलर्स उसको सोना देकर आर्डर पर जेवर बनवाते थे। बताया जाता है कि मुन्ना जालपवाल नामक ज्वैलर्स ने उसे गहने बनाने के लिये सोना दिया था,जिस पार्टी के लिए जेवर तैयार कराए हैं उसका फोन आने पर कारीगर के पास गया तो दुकान पर ताला मिला। इसके बाद उसकी जानकारी जुटाई तो किसी को उसके बारे में जानकारी नहीं थी। इसकी भनक लगते ही कई ज्वैलर आ गए। उन्होंने भी आरिफ उर्फ समीर बंगाली को गहने बनाने के लिए सोना और एडवांस रुपए दे रखे थे। प्रारंभिक जांच पड़ताल में पता चला है कि रविवार दोपहर तक उसकी लॉकेशन बीकानेर में आई थी। इसके बाद उसके मोबाइल का स्वीच ऑफ आ रहा है और उसके साथियों ने भी रविवार रात के बाद यहां नहीं देखा। पुलिस के पास भी आरिफ उर्फ समीर का कोई वैरिफिकेशन रिकॉर्ड नहीं है। ऐसे में पुलिस के लिये उसका पता लगाना मुश्किल हो रहा है। परिवाद मिलने के बाद पुलिस उसका पता लगाने में जुटी है। फिलहाल जानकारी सामने आई है कि आरिफ उर्फ समीर बंगाली कोतवाली इलाके के करीब नो ज्वैलर्स को 200 ग्राम से ज्यादा सोना और हजारों रूपये नगदी लेकर फरार हुआ है। इसकी खबर फैलने के बाद बीकानेर के सराफा जगत में हलचल सी मची हुई है।

पहले भी फरार हो चुके बंगाली कारीगर

बीकानेर में ज्वैलर्स का सोना लेकर फरार हुए बंगाली कारीगर की यह पहली घटना नहीं है,इससे पहले भी कई बंगाली कारीगर सोना और नगदी लेकर फरार हो चुके है। इनमें से एक बंगाली कारीगर को कोतवाली पुलिस दो माह पहले यूपी बॉर्डर से एक नीजि बस से दस्तयाब कर बीकानेर लाई थी। जो बीकानेर के करीब दर्जनभर ज्वैलर्स का आधा किलों से ज्यादा सोना लेकर फरार हो गया था।

इनका कहना है

– बीकानेर में लगातार हो रही इस तरह की घटनाओं को लेकर बीकानेर सराफा समिति के सचिव कैलाश सोनी ने कहा कि बीकानेर शहर में करीब 2000 बंगाली कारीगर सोने चांदी के जेवर बनाने का काम करते है। ज्वैलर्स का सोना लेकर भागने की पहली घटना नहीं है। एक दर्जन से अधिक बार बंगाली कारीगर सोना लेकर भाग चुके है। इसे लेकर बीकानेर के ज्वैलर्स को कई दफा आगाह किया जा चुका है कि पुलिस वैरिफिकेशन के बाद ही बंगाली कारीगरों को काम करने की मंजूरी दी जाए। कैलाश सोनी ने कहा कि इस सिलसिले में जल्द ही बीकानेर के ज्वैलरों की मिटिंग आयोजित की जायेगी। जिसमें इस तरह की घटनाओं की रोकथाम कर समाधान पर चर्चा की जायेगी।

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