बीकानेर,बीकानेर हरियाणा के पानीपत के एक व्यक्ति ने बेल्जियम की कंपनी को कालीन बेचने के नाम पर बीकानेर के एक व्यापारी से 9 करोड़ रुपए का माल तैयार करवाया। कारोबारी के पास से पांच लाख रुपये के नमूने और दो लाख रुपये की नकदी भी हड़प ली।
कंपनी फर्जी निकली, जिससे व्यापारी को अपना माल गंवाना पड़ा। पुलिस ने धोखाधड़ी करने वाले शख्स को गिरफ्तार कर लिया है. साथी की तलाश है. जयनारायण व्यास कॉलोनी के सेक्टर नंबर 8 निवासी ब्रह्मप्रकाश उर्फ मनीष अरोड़ा कारपेट, फ्लोर कवरिंग और होम फर्निशिंग का काम करते हैं।
उनकी बीकानेर के खारा और हरियाणा के पानीपत में फैक्ट्रियां हैं। देश-विदेश में कालीन खरीदने वाली कंपनियों से संपर्क कराकर 22 फरवरी को पानीपत निवासी विभु सूद को मनीष अरोड़ा की फर्म में मर्चेंडाइजिंग एंड इंटरनेशनल सेल्स के पद पर नौकरी मिल गई। उसने झांसा दिया कि बेल्जियम की कंपनी को कालीन खरीदना है। इसके लिए फर्जी कंपनी बताकर एक मेल आईडी तैयार की गई और कारोबारी मनीष को लालच देकर उससे 20 हजार रुपये का माल मंगवा लिया।
9 करोड़ की तैयारी.
इस दौरान विभु ने नोएडा की एक कंपनी के मालिक रूपेश शुक्ला को मनीष से मिलवाया और कहा कि बेल्जियम की कंपनी शुक्ला की कंपनी से ही माल खरीदती है। दोनों बीकानेर आए और एक नामी होटल में रुके, जिसका सारा खर्च मनीष ने उठाया। आरोपियों ने कारोबारी को बातों में फंसाकर पूरी तरह फंसा लिया था।
माल तैयार होने पर दोनों टालमटोल करते रहे। इस दौरान विभु ने मनीष के परिवार को बेल्जियम भेजने के नाम पर 2 लाख रुपये नकद और करीब 5 लाख रुपये के सामान के सैंपल भी हड़प लिये. बाद में धोखाधड़ी का पता चलने पर मनीष ने 5 अगस्त 23 को जामसर थाने में मामला दर्ज कराया। SHO इंद्रकुमार ने बताया कि मुख्य आरोपी विभु को पानीपत से गिरफ्तार कर 11 तक रिमांड पर लिया गया है।
उसके साथी की तलाश की जा रही है। आरोपी विभू ने बेल्जियम की एक कंपनी और अपनी फर्जी मेल आईडी से कारोबारी मनीष को माल का ऑर्डर भेजा था. मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने गूगल से मेल आईडी की जानकारी ली. हाल ही में गूगल की ओर से पुलिस को भेजी गई रिपोर्ट में बताया गया है कि यह मेल आरोपी विभु के मोबाइल नंबर से बनाया गया था. विभु ने ही बेल्जियम की एक कंपनी के नाम से फर्जी मेल आईडी बनाई थी।