बीकानेर,इस बार मानसून आने से पहले ही तीन चार बार बारिश हो चुकी है। इन बारिशों ने बीकानेर नगर निगम की कार्यप्रणाली की पोल खोल दी है। बीकानेर के लगभग सभी नाले डटे हुए हैं। छोटे से लेकर बड़े नाले पॉलीथिन, कचरे और सिल्ट से जाम हो रखे हैं। मानसून अगले महीने तक आ जाएगा लेकिन नालों की सफाई की प्रक्रिया अभी तक शुरू नहीं हुई है । नाले जाम होने से बारिश के दिनों में निचले क्षेत्रों में पानी जमा हो जाता है । कच्ची बस्तियों और मोहल्लों में बारिश के दिनों में जलभराव की समस्या होती है।
होना तो यह चाहिए की नालों की नियमित सफाई होती रहे ताकि कभी भी बारिश आए तो पानी बह जाए लेकिन बीकानेर में मानसून जब सिर पर आता है तब नालों की सुध ली जाती है । हर साल बीकानेर के निचले इलाकों में पानी जमा हो जाता है। बारिश के पानी की सही निकासी नहीं होने की वजह से जलभराव की स्थिति बन जाती है
नगर निगम के उपायुक्त राजेंद्र कुमार का कहना है कि उन्होंने नालों की सफाई के लिए सभी सफाई निरीक्षक को को निर्देश दे दिए हैं। उन्होंने कहा कि अभियंताओं की ड्यूटी इस कार्य के लिए लगाई गई है। नगर निगम कार्यालय में एक कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है जिसका नम्बर 0151-2226910 रहेगा। मानसून आने के साथ ही यह कंट्रोल रूम एक्टिवेट हो जाएगा ।इसमें कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। निचले इलाकों में पानी निकासी के लिए पंप सेट की व्यवस्था की गई है। जहां जैसी आवश्यकता होगी पंपसेट भिजवाए जाएंगे।