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बीकानेर। बिजली, पानी की किल्लत तो अपने बहुत सुनी होगी लेकिन बीयर की किल्लत के बारे में सुनने को मिले तो चौकिएगा मत। जी हां यह यही है। इन दिनों जिले बीयर की किल्लत भी बनी हुई है। बीयर नहीं मिलने से बीयर के शौकीन परेशान है। शहरी क्षेत्र में बीयर सहजता से मिल रही है जबकि ग्रामीण क्षेत्र के शराब ठेकेदारों को बीयर की सप्लाई नहीं हो रही है। इससे परेशान होकर ग्रामीण क्षेत्र के शराब ठेकेदारों ने बुधवार रात को धरना लगा दिया।

बीछवाल थाना क्षेत्र में श्रीगंगानगर-जयपुर बाइपास पर आरएसबीसीएल का गोदाम है। ग्रामीण क्षेत्र के शराब ठेकेदारों को बीयर की सप्लाई नहीं होने से परेशान ठेकेदार बुधवार रात को गोदाम के सामने धरने पर बैठ गए। धरनार्थियों का कहना था कि आरएसबीसीएल गोदाम में बीयर आ रही है लेकिन अधिकारी शहरी ठेकेदारों से मिलीभगत कर ग्रामीण क्षेत्र के ठेकों को बीयर की सप्लाई नहीं कर रहे हैं। इतना ही नहीं ऐसा पिछले काफी समय से किया जा रहा है। धरनार्थियों ने आरएसबीसीएल गोदाम प्रभारी सुशील कल्ला पर भेदभाव करने का आरोप लगाया।

अधिकारियों के साथ वार्ता, देररात उठाया धरना

ग्रामीण शराब ठेकेदारों के आरएसबीसीएल गोदाम के सामने धरना देने की सूचना मिलने पर आबकारी विभाग के अतिरिक्त आबकारी अधिकारी जयनारायण पूनिया एवं बीछवाल थाने से ड्यूटी ऑफिसर रामनिवास मय जाब्ते के मौके पर पहुंचे। उन्होंने शराब ठेकेदारों से वार्ता की। करीब एक घंटे चली वार्ता के गुरुवार से गोदाम में आने वाली बीयर का शहरी और ग्रामीण के प्रत्येक दुकान को बराबर में बीयर आबंटित करने का निर्णय किया। इसके बाद शराब ठेकेदारों ने धरना उठाया।
ठेकेदारों ने कहा, नहीं सहेंगे मनमानी
शराब ठेकेदार घनश्याम बिश्नोई, लक्ष्मणसिंह शेखावत, तारासिंह, महिला अनुज्ञाधारी संतोष देवी सहित 50 ठेकेदार धरने पर बैठें। ठेकेदारों ने कहा कि जिले में 25 बार और 200 शराब दुकानें हैं। ऐसे में शहरी क्षेत्र की दुकानों को मिलीभगत कर बीयर का आबंटन करना और ग्रामीण क्षेत्र की दुकानों को नहीं करना गलत है। आबकारी अधिकारियों की इस तरह की मानमानी अब सहन नहीं करेंगे।

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